घटना के बाद गिरफ्तार किए गए डंपर चालक कल्याण मीणा से पुलिस ने करीब तीन घंटे तक पूछताछ की. पूछताछ में उसने पूरी घटना का विवरण दिया. चालक ने माना कि वह शराब के नशे में था और अपनी हरकतों पर उसका कंट्रोल नहीं था. उसने बताया कि सुबह से ही वह मानसिक रूप से परेशान भी था और यह सब हालात मिलकर एक बड़ी त्रासदी का कारण बने.
डंपर चालक कल्याण मीणा ने कबूल किया कि सोमवार सुबह वह अपने गांव से मोटरसाइकिल से निकला और डंपर चलाने के लिए कंपनी जा रहा था. सुबह करीब 9 बजे उसने पहली बार एक पव्वा देशी शराब पी. पुलिस का मानना है कि उसने सिर्फ एक पव्वा नहीं, उससे ज्यादा शराब पी होगी. इसके बाद वह कंपनी पहुंचा और वहां से गिट्टी लेकर निकला.
वापसी में रास्ते में शराब की दुकान दिखी तो उसने दो और पव्वे खरीदकर वहीं पी लिए. उसने कहा कि कुछ दिनों से घर की दिक्कतों के चलते वह मानसिक रूप से परेशान था और नशा उसकी आदत भी बन चुका है. शराब पीने के बाद उसका बैलेंस बिगड़ गया और वह ठीक से गाड़ी नहीं चला पा रहा था. चालक ने बताया कि जैसे ही वह रोड पर आगे बढ़ा, कार चालक ने उसे रोका. कार चालक ने उसे टोका कि तुम कैसे सड़क पर गाड़ी चला रहे हो. आसपास मौजूद लोगों ने उसे उतरने के लिए कहा. इस घटना से वह भड़क गया और उसने डंपर को रॉन्ग साइड से निकालकर तेज रफ्तार में भगाना शुरू कर दिया.
<उसने यह भी कबूल किया कि रास्ते में उसका डंपर एक्टिवा से टकराया. लेकिन वह नहीं रुका. वो नशे में था और उसे अंदाजा नहीं था कि उसकी लापरवाही कितनी बड़ी जानलेवा बन रही है. साथ ही उसने यह भी बताया कि नशे और गुस्से में वह लगातार भागता रहा और उसे यह नहीं समझ आया कि वह कितने लोगों को कुचलता जा रहा है. पुलिस ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में चालक के शराब पीने की पुष्टि हो गई है. यह साफ हो गया है कि हादसा सिर्फ तेज रफ्तार का नहीं बल्कि शराब पीकर ड्राइविंग और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी का मामला है. पुलिस ने उसके बयान की तस्दीक शुरू कर दी है. घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज, चश्मदीदों के बयान और मेडिकल रिपोर्ट को आधार बनाया जा रहा है.

