पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के ‘युद्ध नशेआं विरुद्ध’ अभियान के तहत अमृतसर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस आयुक्त जीपीएस भुल्लर ने बताया कि इस अभियान के दौरान शहर में ड्रग नेटवर्क पर लगातार कार्रवाई की जा रही है और ताजा कार्रवाई में अमृतसर के कुख्यात तस्कर रंजीत सिंह और उसके परिवार पर शिकंजा कसा गया है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि, “हमने नशे के खिलाफ बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जब भी नगर निगम या किसी अन्य विभाग को पुलिस की सहायता की आवश्यकता होती है, हम तुरंत सहयोग करते हैं। आज मैं स्वयं मौके पर आया हूं क्योंकि यह परिवार बेहद बदनाम और ड्रग तस्करी में सक्रिय है।”
जानकारी के अनुसार, रंजीत सिंह के खिलाफ 5 एफआईआर दर्ज हैं, जो अमृतसर जिले के अलग-अलग थानों में पंजीकृत हैं। वहीं उसका बेटा हरप्रताप सिंह उर्फ हैप्पी के खिलाफ 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि दूसरे बेटे गुरप्रताप सिंह पर 2 एफआईआर हैं। पुलिस ने बताया कि हरप्रताप की पत्नी प्रियंका के खिलाफ भी एक मामला दर्ज किया गया है और उसके पास से व्यावसायिक मात्रा में हेरोइन तथा ड्रग मनी जब्त की गई है। पुलिस का कहना है कि यह परिवार संगठित रूप से नशे का धंधा चला रहा था, जिसमें सभी सदस्य शामिल हैं।
पुलिस आयुक्त जीपीएस भुल्लर ने कहा कि यह कार्रवाई मुख्यमंत्री के निर्देश पर चलाए जा रहे राज्यव्यापी अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत अब तक दर्जनों कुख्यात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य पंजाब को नशे से पूरी तरह मुक्त करना है। कोई भी व्यक्ति कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, यदि वह इस कारोबार में लिप्त है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने रंजीत सिंह के घर से महंगी कारें, नकदी और नशे के लेनदेन से जुड़ी कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं। फिलहाल पुलिस पूरे गिरोह के नेटवर्क की जांच कर रही है और अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है।

