Palampur. पालमपुर। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने शिमला के रिज मैदान पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के अनावरण के मामले में राजनीतिकरण का आरोप लगाते हुए गहरा दुख व्यक्त किया है। श्री कुमार ने कहा कि कांग्रेस नेता की प्रतिमा का अनावरण राज्य की राजनीतिक विरासत के लिए अनुचित है। उन्होंने कहा कि कुमार ने कहा कि मुझे इस घटना से गहरा दुख हुआ है। आज मेरा मन भारी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल
प्रदेश के विकास में वीरभद्र सिंह के योगदान का उन्होंने हमेशा सम्मान किया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी द्वारा इस कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने का निर्णय खेदजनक है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह छह बार मुख्यमंत्री चुने गए और राज्य के निर्माण में उनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह से प्रतिमा अनावरण का आयोजन करके कांग्रेस ने उनकी स्मृति का राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि यदि सभी दलों के नेताओं को ऐसे महत्वपूर्ण अवसर पर आमंत्रित किया गया होता तो अच्छा होता। श्री कुमार ने अपने राजनीतिक सफर का जिक्र करते हुए 1990 की उस घटना को याद किया जब मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने विधानसभा के निर्माण का काम शुरू किया था। बाद में अयोध्या में एक मस्जिद के विध्वंस के बाद उन्हें राजनीतिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमारे राजनीतिक मतभेदों के बावजूद वीरभद्र सिंह और मेरे बीच एक-दूसरे के प्रति परस्पर सम्मान था। उन्होंने याद किया कि एक बार सिंह ने उनसे कहा था, समय बदलता रहता है लेकिन सिद्धांत बने रहने चाहिए। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से आग्रह किया कि वे इस संवेदनशील घटना का राजनीतिकरण करने के लिए हिमाचल प्रदेश की जनता से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न केवल भाजपा बल्कि पूरे राज्य के साथ अन्याय किया है। इतिहास ऐसे कृत्यों को कभी माफ नहीं करेगा।

