Durg. दुर्ग। जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने अंतराज्यीय गांजा तस्करी के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपी मुंबई के निवासी हैं जबकि एक दुर्ग का स्थानीय निवासी है। आरोपियों के कब्जे से कुल 22 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया है। दुर्ग एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। घटना के अनुसार, मोहन नगर पुलिस स्टाफ दुर्ग–धमधा रोड स्थित सूर्या होटल के पास वाहन एवं संदिग्ध व्यक्तियों की रूटीन चेकिंग कर रहा था। इसी दौरान दुर्ग की ओर दो व्यक्ति बड़े पिट्ठू बैग लेकर आ रहे थे। पुलिस को देख आरोपियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें तुरंत पकड़ लिया।
जांच के दौरान आरोपियों ने खुद को मुंबई निवासी बताया। उनके बैग की तलाशी लेने पर 22 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। गिरफ्तार आरोपियों ने अपना नाम शिवाजी नगर, मुंबई निवासी साजिद अली और मोहम्मद शकील कुरैशी बताया। उन्होंने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे ओडिशा से गांजा लेकर मुंबई ले जा रहे थे। जांच में यह भी पता चला कि दुर्ग निवासी राहुल तिवारी, ओडिशा के गांजा सप्लायर से गांजा कम कीमत में लेकर मुंबई भेजने में मदद करता था। पुलिस के अनुसार, राहुल तिवारी को इसके एवज में एक लाख रुपए का कमीशन उसके बैंक खाते में ट्रांसफर किया गया था। तिवारी की संलिप्तता सामने आने पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि पुलिस लगातार अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी और गांजा नेटवर्क पर नज़र रख रही है। उन्होंने कहा कि मोहन नगर थाना पुलिस की सतर्कता और समय पर कार्रवाई के कारण यह तस्करी का बड़ा मामला सामने आया। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। विशेषज्ञों का मानना है कि अंतराज्यीय गांजा तस्करी बड़े पैमाने पर सामाजिक और कानूनी संकट पैदा कर सकती है। ऐसे मामलों में समय पर कार्रवाई न होने पर यह पूरे राज्य में ड्रग नेटवर्क को मजबूत कर सकती है। दुर्ग पुलिस की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि किसी भी स्तर पर तस्करी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस घटना के बाद शहरवासियों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर विश्वास बढ़ा है। स्थानीय लोग पुलिस की सतर्कता की सराहना कर रहे हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य में इस प्रकार की तस्करी के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से अभी और पूछताछ की जा रही है ताकि इस गांजा सप्लाई नेटवर्क के अन्य सदस्य और मार्गों का पता लगाया जा सके। इससे पहले भी दुर्ग में कई बार गांजा तस्करी के मामले सामने आए हैं, लेकिन यह गिरफ्तारी बड़े पैमाने पर गांजा जब्त करने के कारण विशेष है। अधिकारियों ने कहा कि एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस का उद्देश्य न केवल गांजा तस्करी को रोकना है, बल्कि इसे अंजाम देने वाले नेटवर्क को पूरी तरह से बेनकाब करना भी है।

