बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार ने बताया कि जब उनकी किशोर बेटी अपने मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेल रही थी, तभी एक साइबर अपराधी ने उसे एक संदेश भेजकर उसकी नग्न तस्वीरें भेजने को कहा। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने तुरंत जवाब दिया और अपना मोबाइल बंद कर दिया।
अक्षय कुमार ने मुंबई स्थित पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक साइबर जागरूकता कार्यक्रम में बोलते हुए इस घटना को याद किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।
अक्षय ने बताया कि यह घटना कुछ महीने पहले की है, जब उनकी बेटी ऑनलाइन गेम खेल रही थी, तभी एक अनजान व्यक्ति उसके पास आया, जिसने पहले तो उसे दोस्ताना संदेश भेजे, फिर अचानक उसे एक संदेश भेजकर नग्न तस्वीरें भेजने को कहा। लेकिन उस समय उनकी बेटी ने बहुत समझदारी और चतुराई से अपना फोन बंद कर दिया और फिर अपनी माँ के पास जाकर उन्हें घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी सतर्क थी, इसलिए वह साइबर अपराधियों का शिकार नहीं हुई। अक्षय ने मुख्यमंत्री फडणवीस से आग्रह किया कि राज्य के स्कूलों में कक्षा 8 से 10 तक के छात्रों को साइबर जागरूकता की शिक्षा दी जाए।
अक्षय ने बताया कि ऑनलाइन गेम खेलते समय, सामने वाले व्यक्ति ने पहले पूछा कि वह कहाँ है, जिस पर उनकी बेटी ने जवाब दिया कि वह मुंबई से है। हालाँकि, जब गेम चल रहा था, तब उस व्यक्ति ने कई संदेश भेजे। कुछ देर बाद, उसने पूछा कि लड़का है या लड़की, जिस पर उनकी बेटी ने जवाब दिया कि लड़की है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएँ होती रहती हैं, लेकिन उनकी बेटी ने अपनी पत्नी से बात करके अच्छा काम किया।
अक्षय कुमार ने कहा कि साइबर अपराधों में यह महत्वपूर्ण है, बच्चों को लालच दिया जाता है, कुछ मामलों में उन्हें धमकाया जाता है, ऐसी घटनाएँ बहुत होती हैं, और कई मामलों में पीड़ितों द्वारा आत्महत्या करने की भी संभावना होती है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में इतिहास और गणित पढ़ाया जाता है, और दो-दो मिलकर चार होते हैं, लेकिन साइबर दुनिया में यह शून्य हो जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से महाराष्ट्र के स्कूलों में कक्षा सात से दस तक के बच्चों को साइबर सुरक्षा का पाठ पढ़ाने का अनुरोध किया। अक्षय ने कहा कि साइबर अपराध सड़कों पर होने वाले अपराध से कहीं बड़ा है।

