मेरठ में दो सगी बहनों ने प्रधानमंत्री से मांगी इच्छामृत्यु, दोनों ने बताई ये वजह
यूपी के मेरठ में दो सगी बहनों द्वारा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इच्छा मृत्यू की मांग करने का सबको चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस संबंध में दोनों बहनों ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र सौंपा।
मेरठ में बेगमबाग निवासी दिशा और हर्षिता मंगा जेल में बंद अपने पिता और चाचा को न्याय दिलाने के लिए दर-दर भटक रही हैं। दोनों बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर इच्छामृत्यु करने की अनुमति मांगी है। आरोप है कि पुलिस ने उनके पिता व चाचा पर झूठा मुकदमा लगाकर जेल भिजवा दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे पत्र में आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ समय पहले लालकुर्ती थाने में एक करोड़ के सोने की हेराफेरी के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने बिना किसी ठोस सुबूत के उनके पिता विशाल मंगा और चाचा को अभियुक्त बनाकर जेल भेज दिया था।
पुलिस ने प्रकरण में साक्ष्य के तौर पर स्टांप पेपर शामिल किए, लेकिन वह नोटरी नहीं हैं। साथ ही उन्हें खरीदने वाले भी कोई और हैं। इस मामले में लालकुर्ती थाने के एक तत्कालीन दरोगा की भूमिका संदिग्ध रही।
दरोगा समय-समय पर घर आकर परिवारजनों पर तीन लाख रुपये देने का दबाव बनाता। ऐसा न करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देता। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार ने जब दरोगा की मांग पूरी नहीं की तो उसने झूठा बरामदगी दिखाकर उनके पिता को अपराधी बना डाला। तब से उनके पिता व चाचा जेल में ही हैं। सएसपी को सौंपा प्रार्थना पत्र सौंपा है।
दोनों बहनें एसएसपी नितिन तिवारी से भी उनके कार्यालय में मिलीं। प्रार्थनापत्र सौंपकर एसएसपी को प्रकरण की जानकारी दी। कहा कि अगर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।