आंगनबाड़ी सहायिका ने पूछा : मंत्रीजी आपकी एजुकेशन क्या है? छीन लिया गया माइक
मध्य प्रदेश के शिवपुरी में महिला एवं बाल विकास विभाग ने रविवार को सखी संवाद कार्यक्रम किया। इसमें विभाग की मंत्री इमरती देवी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने सवाल-जवाब किए। इसी दौरान इमरती देवी अपनी शिक्षा को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गईं। डुमडुमा आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका सपना गुर्जर ने मंत्री से पूछ लिया कि हमें 5 हजार रुपए मानदेय मिलता है, वह भी समय पर नहीं। जबकि डीपीओ को ज्यादा वेतन मिलता है।
सहायिका ने ज्यादा वेतन की बात की ताे मंत्री ने कहा कि डीपीओ की एजुकेशन देखी है। यह देख सहायिका ने भी मंत्री इमरती देवी की एजुकेशन पूछ ली। इससे मंत्री नाराज हो गईं। उन्हाेंने एजुकेशन ताे नहीं बताई लेकिन यह जरूर कह दिया कि मानेदय कम पड़ रहा है ताे हट जाओ, काेई दूसरी महिला जिसे जरूरत होगी, वह काम कर लेगी।
सहायिका ने पूछा कि, आप कह रही हैं कि जब तक हमें पैसा नहीं मिलेगा, डीपीओ को भी नहीं देंगे। उनके तो हमसे ज्यादा पैसे आते हैं, हमें 5 हजार रुपए मिलते हैं। इतने कम वेतन में हम कैसे घर चलाएंगे। इस पर मंत्री ने कहा कि, हम आपको डीपीओ के बराबर भी मानदेय देने लगेंगे तो फिर आप कहोगे कलेक्टर के बराबर दो। जिस पर साहियिका ने कहा कि ये कोई बात नहीं है। फिर मंत्री जी ने कहा कि, यही बात है। आपने डीपीओ की एजुकेशन देखी है।
इस पर सहायिक ने पूछा मंत्रीजी आप तो हमसे पूछ रही हो, आपकी एजुकेशन क्या है। फिर मंत्री जी ने कहा कि, यदि आपको कमी पड़ रही है तो हट जाओ। दूसरी महिला काम करेगी, हम उसे देंगे। कहीं अच्छी तनख्वाह की नौकरी लगे ताे उसे कर लीजिए। आपको बता दें कि इमरती देवी इससे पहले 26 जनवरी को ग्वालियर में मुख्यमंत्री का संदेश न पढ़ पाने के बाद भी अपनी पढ़ाई को लेकर चर्चा में आई थीं।