
(Photo : AI Generated Image)
जम्मू-कश्मीर के यात्रियों के लिए इंतजार अब लगभग खत्म हो चुका है, क्योंकि वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल पूरा हो चुका है और अब यह ट्रेन एक नई दिशा में अपनी यात्रा की शुरुआत करने के लिए तैयार है. जम्मू-कश्मीर में चलने वाली इस ट्रेन का डिज़ाइन और निर्माण इस विशेष क्षेत्र की भौगोलिक और मौसमीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है. खासकर यहां की अत्यधिक ठंडी और बर्फीली परिस्थितियों को देखते हुए इस ट्रेन में कई विशेष सुविधाएं दी गई हैं, जो इसे अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस से अलग और विशेष बनाती हैं. यह ट्रेन दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चेनाब ब्रिज और भारत के पहले केबल-स्टेड रेल ब्रिज अंजी खाद ब्रिज से होकर गुजरेगी, जो इस ट्रेन को और भी खास बनाता है.
इस ट्रेन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी शानदार तरीके से चलेगी. जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के बावजूद यह ट्रेन बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा पूरी करेगी. इसके कोच में ऐसे विशेष वॉटर टैंक सिलिकॉन हीटिंग पैड और हीटिंग पाइपलाइन लगाए गए हैं, जो ठंडे मौसम में पानी को जमने से रोकते हैं. इससे यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके अलावा, ट्रेन के ड्राइवर केबिन में ट्रिपल एयर विंड स्क्रीन दी गई है, जिसमें हीटेड फिलामेंट का इस्तेमाल किया गया है, जिससे बर्फबारी के दौरान भी शीशों पर बर्फ जमने की कोई संभावना नहीं रहती. इस तकनीक के जरिए ट्रेन की संचालन क्षमता और सुरक्षा दोनों को सुनिश्चित किया गया है.
जम्मू और कश्मीर के रियासी में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब ब्रिज से होकर गुजरी वंदे भारत ट्रेन
🚨 A Vande Bharat train crosses through the world’s highest railway bridge, the Chenab Bridge in Reasi, Jammu & Kashmir. pic.twitter.com/RzW3FyIIup
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) January 25, 2025
वंदे भारत एक्सप्रेस की डिजाइन और गति चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा तैयार की गई है, जो इसे अन्य ट्रेनों से कहीं ज्यादा आरामदायक और तेज बनाती है. इसमें हवाई जहाज के समान सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जैसे आरामदायक सीटें, अच्छी एयर कंडीशनिंग, और बेहतर तापमान नियंत्रण व्यवस्था, जिससे यात्रियों को यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो. साथ ही इस ट्रेन का डिज़ाइन भी ऐसा किया गया है कि यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव हो.
इस वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन कटरा और श्रीनगर के बीच किया जाएगा, जिससे माता वैष्णो देवी और श्रीनगर की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बड़ी राहत मिलेगी. इस ट्रेन का समय बेहद सुविधाजनक होगा, और यह यात्रा को काफी तेज भी बनाएगा. कटरा से श्रीनगर तक की दूरी यह ट्रेन महज 3 घंटे और 10 मिनट में तय करेगी. कटरा से ट्रेन सुबह 8:10 बजे प्रस्थान करेगी और 11:20 बजे श्रीनगर पहुंचेगी. इसी तरह, श्रीनगर से ट्रेन दोपहर 12:45 बजे चलेगी और 3:55 बजे कटरा वापस पहुंचेगी. इस प्रकार यह ट्रेन यात्रियों को कम समय में अधिक यात्रा अनुभव प्रदान करेगी, जो निश्चित रूप से उन्हें बेहतर और सुविधाजनक यात्रा का एहसास कराएगी.
इस ट्रेन को लेकर स्थानीय लोगों और यात्रियों में उत्साह देखने को मिला. जब ट्रेन का ट्रायल जम्मू स्टेशन पर पहुंचा, तो यात्रियों ने खुशी और उत्साह के साथ भारत माता की जय के नारे लगाए और सेल्फी लेने के लिए भी खूब उत्सुकता दिखाई. यह दृश्य इस बात का संकेत था कि लोग इस ट्रेन की सेवाओं के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. यह ट्रेन एक नई उम्मीद और विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो जम्मू-कश्मीर के पर्यटन और आर्थिक क्षेत्र को और मजबूत बनाएगी.
इस ट्रेन के संचालन की तारीख अभी तक घोषित नहीं की गई है, लेकिन रेलवे बोर्ड की ओर से अनुमानित रूप से अगले महीने तक इसे शुरु करने की योजना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन को कटरा से हरी झंडी दिखाएंगे, और इसके बाद यह ट्रेन कश्मीर घाटी में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक अहम परिवहन साधन बन जाएगी.
वंदे भारत एक्सप्रेस जम्मू-कश्मीर में एक नई यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है. इसकी अत्याधुनिक तकनीक, गति और सुविधाएं न केवल यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाएंगी, बल्कि यह कश्मीर घाटी और इसके आसपास के क्षेत्रों के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी. इस ट्रेन के माध्यम से जम्मू-कश्मीर में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यात्रा और भी आरामदायक, सुरक्षित और तेज हो जाएगी. यह वंदे भारत एक्सप्रेस जम्मू-कश्मीर के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.