Delhi AQI Today: दिवाली की सुबह दिल्ली की हवा फिर से जहरीली हो गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को राजधानी का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 333 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ (Very Poor) श्रेणी में आता है. कई इलाकों में स्थिति इतनी गंभीर है कि वायु गुणवत्ता ‘Severe’ श्रेणी तक पहुंच गई है. एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार, 0 से 50 तक ‘Good’, 51 से 100 तक ‘Satisfactory’, 101 से 200 तक ‘Moderate’, 201 से 300 तक ‘Poor’, 301 से 400 तक ‘Very Poor’ और 401 से 500 तक ‘Severe’ मानी जाती है.
दिल्ली में GRAP-2 के लागू होने के दौरान अक्षरधाम मंदिर का नजारा
#WATCH | Visuals from Akshardham temple as GRAP-2 invoked in Delhi.
The Air Quality Index (AQI) around Akshardham was recorded at 411, in the ‘Severe’ category, in Delhi this morning as per the Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/QD5N2oWJDM
— ANI (@ANI) October 20, 2025
दिल्ली में GRAP-2 के क्रियान्वयन के दौरान इंडिया गेट से लिया गया दृश्य
#WATCH | Visuals from the India Gate as GRAP-2 invoked in Delhi.
The Air Quality Index (AQI) around the India Gate was recorded at 347, in the ‘Severe’ category, in Delhi this morning as per the Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/5gbpOvT5hp
— ANI (@ANI) October 20, 2025
एरिया-वाइज AQI (सुबह 7 बजे तक)
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- आनंद विहार – 411 (Severe)
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- वजीरपुर – 402 (Severe)
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- अशोक विहार – 386 (Very Poor)
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- जहांगीरपुरी – 384 (Very Poor)
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- ओखला फेज़-2 – 360 (Very Poor)
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- बावाना – 368 (Very Poor)
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- विवेक विहार – 358 (Very Poor)
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- चांदनी चौक – 336 (Very Poor)
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- द्वारका सेक्टर-8 – 358 (Very Poor)
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- आईटीओ – 347 (Very Poor)
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- बुराड़ी – 319 (Very Poor)
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- आईजीआई एयरपोर्ट – 300 (Poor)
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- नरेला – 304 (Very Poor)
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- जेएलएन स्टेडियम – 352 (Very Poor)
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- लोधी रोड – 255 (Poor)
दिल्ली में GRAP का स्टेज-2 लागू
राजधानी में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने रविवार शाम से ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-2 लागू कर दिया है.
GRAP-2 के तहत निर्माण स्थलों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है ताकि धूल फैलाव को रोका जा सके. साथ ही, डीजल जनरेटर के उपयोग पर रोक, कोयला और लकड़ी के इस्तेमाल पर प्रतिबंध, और सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल की सलाह
लोगों को निजी वाहनों की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, आरडब्ल्यूए (RWA) से कहा गया है कि वे अपने स्टाफ जैसे गार्ड, माली और सफाईकर्मियों को इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराएं ताकि ठंड में कचरा या लकड़ी जलाने की जरूरत न पड़े.
दिल्ली में अब सिर्फ CNG, इलेक्ट्रिक या BS-VI डीजल बसों को ही प्रवेश की अनुमति है. हालांकि, टूरिस्ट बसों को अस्थायी छूट दी गई है. त्योहारों की रौनक के बीच दिल्ली की हवा फिर एक बार चिंता का कारण बन गई है.

