नई दिल्ली: Coldrif कफ सिरप से बच्चों की मौत का सिलसिला अभी नहीं थम रहा है, और दो बच्चों की मौत के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 22 हो गया है. अधिकारियों के अनुसार, बुधवार शाम पांच वर्षीय विशाल और रात में चार वर्षीय मयंक सूर्यवंशी की इलाज के दौरान महाराष्ट्र के नागपुर में जान चली गई. मध्य प्रदेश पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है. इसी कड़ी में तमिलनाडु स्थित श्रीसन फार्मा (Sresan Pharmaceuticals) के मालिक रंगनाथन एस रंगनाथन (S Ranganathan) को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया.
Coldrif कफ सिरप बनाने वाली कंपनी का मालिक एस रंगनाथन गिरफ्तार.
पुलिस ने फार्मास्युटिकल फैक्ट्री को भी सील कर दिया है. आरोपी को चेन्नई कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद छिंदवाड़ा लाया जाएगा. मध्य प्रदेश सरकार ने बच्चों की मौत के बाद खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) के दो ड्रग इंस्पेक्टरों और एक उप निदेशक को निलंबित कर दिया है, साथ ही राज्य के ड्रग कंट्रोलर का तबादला किया गया.
WHO ने मांगा स्पष्टीकरण
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस मामले में भारत सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है. WHO ने कहा कि देश में स्थानीय स्तर पर बिकने वाले काफ सिरप की जांच में “नियामक अंतराल” है. अधिकारियों के अनुसार, बच्चों की मौत कफ सिरप में जहरीला डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) पाए जाने के कारण हुई, जिसकी मात्रा कानूनी सीमा से लगभग 500 गुना अधिक थी.
DEG क्या है और क्यों खतरनाक
डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) एक रंगहीन, मीठा स्वाद वाला तरल है, जो औद्योगिक उपयोग में आता है जैसे एंटीफ्रीज और ब्रेक फ्लूइड बनाने में. इंसानों के लिए यह अत्यंत जहरीला है. इसे गलती से दवाओं में मिलाने से गंभीर स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो सकता है. शरीर में प्रवेश करने पर यह किडनी और तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है, जिससे मतली, उल्टी, पेट दर्द, डिहाइड्रेशन, किडनी फेल्योर, दौरे और मौत तक हो सकती है.

