आशिक के प्यार में पागल महिला अपने पति के खाने में धीमा जहर मिलाकर देने लगी. जिसे खाकर उसकी तबीयत बिगड़ी. इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. पत्नी को उम्मीद थी कि बीमारी के चलते उसकी मौत हो जाएगी. लेकिन इलाज के दौरान वह ठीक होने लगा. पत्नी को लगने लगा कि वह फिर से उसके प्यार में रोड़ा बनेगा. उसने अपने आशिक के साथ मिलकर उसकी हत्या ही कर दी. हैरान करने वाली यह वारदात कर्नाटक के उडुपी जिले के करकला तालुक के अजेकर की है. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
आरोपी पत्नी ब्यूटी पार्लर चलाती थी. उसकी जान पहचान एक कारोबारी युवक से हुई. दोनों के बीच प्यार हो गया. जब महिला के पति को इसकी जानकारी हुई तो उसने अपनी पत्नी से ये सब करने के लिए मना किया. उसके बाद से पत्नी से उसे अपने प्यार के रास्ते से हटाने के लिए प्लान बनाना शुरू कर दिया. खाने में मिलने वाले धीमे जहर से उसके पति का लीवर और किडनी खराब होने लगी. बेंगलुरु और मैंगलोर में उसका इलाज कराया गया. जब वह ठीक होकर घर वापस आया तो उसकी हत्या कर दी गई.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 17 साल पहले प्रतिमा की शादी बालकृष्ण पुजारी से हुई थी. उनके दो बच्चे हैं. वह मुंबई में रहते थे. 2020 में कोरोना महामारी के कारण उनका परिवार अजेकर में आ गया. बालकृष्ण कॉलेज में कैंटीन चलाते थे. वहीं, अजेकर जंक्शन के पास प्रतिमा ब्यूटी पार्लर की दुकान करती है. उसे सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर रील बनाने का शौक था. यहीं उसकी मुलाकात करकला के व्यवसायी दिलीप हेगड़े से हो गई. उनकी जान-पहचान दोस्ती में बदल गई. शहर के सभी लोगों ने देखा कि दोनों एक साथ घूम रहे हैं. यह बात प्रतिमा के पति को भी बताई गई. उसने प्रतिमा से इसका विरोध जताया. मामला एक-दो बार थाने तक गया.
पुलिस और परिजनों के समझाने के बाद कुछ दिन तक मामला शांत रहा. इस बीच प्रतिमा अपने पति को रास्ते से हटाने का प्लान बनानी लगी. वह उसके खाने में हल्का जहर मिलकार देनें लगी. उसका इरादा था कि वह बीमार होकर मर जाए जिससे उसपर किसी को शक न हो. ऐसे में पिछले एक महीने से बालकृष्ण पुजारी बीमार रहने लगा. उसे लगातार बुखार और उल्टी हो रही थी. परिवार वालों ने पीलिया होने की बात कहकर करकला, मणिपाल केएमसी, बेंगलुरु के निमांस, विक्टोरिया के वेलॉक हॉस्पिटल और मैंगलोर में उसका इलाज कराया.
इलाज के बाद उसके हालत में सुधार होने लगा. उसकी पत्नी उसे वापस घर ले आई. वारदात की रात बालकृष्ण ने अपनी मां के हाथ का बना खाना खाया. उसके बाद वह अपने कमरे में सोने चला गया. उसकी पत्नी उसके साथ मौजूद थी. रात में जब उसके पति को नींद आ गई तो उसने फोन करके अपने आशिक दिलीप को बुला लिया. दोनों ने मिलकर तकिया से बालकृष्ण का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. वारदात के बाद दिलीप वहां से चुपचाप चला गया. सुबह प्रतिमा ने घरवालों को बालकृष्ण के मरने की खबर दी. पुलिस पुछ्ताछ में प्रतिमा ने अपना गुनाह कुबूल किया है.