Mounjaro in India: आजकल भारत में वजन कम करने वाली एक नई दवा की खूब चर्चा हो रही है, जिसका नाम है ‘मौनजारो’ (Mounjaro). यह दवा बनाने वाली कंपनी का नाम एली लिली है. वैसे तो यह दवा मुख्य रूप से टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए बनाई गई है, लेकिन यह वजन घटाने में भी काफी असरदार साबित हो रही है. आइए, इसे आसान भाषा में समझते हैं.
‘मौनजारो’ दवा आखिर है क्या?
मौनजारो एक इंजेक्शन है, जिसे हफ्ते में एक बार लेना होता है. भारत में इसे मार्च 2025 में लॉन्च किया गया. यह उन लोगों के लिए है जो मोटापे और टाइप-2 डायबिटीज से परेशान हैं. इसके साथ ही ‘वेगोवी’ (Wegovy) नाम की एक और दवा भी बाजार में आई है. ये दोनों दवाएं शरीर में जाकर ब्लड शुगर को कंट्रोल करती हैं और पाचन क्रिया को धीमा कर देती हैं. इससे पेट लंबे समय तक भरा-भरा महसूस होता है और भूख कम लगती है, जिससे लोग कम खाते हैं और उनका वजन घटने लगता है.
यह दवा काम कैसे करती है?
मौनजारो हमारे शरीर में तीन मुख्य तरीकों से काम करती है:
- इंसुलिन का स्तर बढ़ाती है: यह दवा शरीर में इंसुलिन नाम के हॉर्मोन को बढ़ाती है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है.
- इंसुलिन संवेदनशीलता सुधारती है: इसका मतलब है कि शरीर इंसुलिन का बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर पाता है.
- खाने की इच्छा कम करती है: यह दवा भूख को कम करती है, जिससे आपको बार-बार खाने का मन नहीं करता और पेट भरा हुआ लगता है.
इन तीनों कामों की वजह से न सिर्फ डायबिटीज कंट्रोल में रहती है, बल्कि वजन भी तेजी से कम होता है.
भारत में मोटापा और डायबिटीज की स्थिति
भारत में मोटापा एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2050 तक भारत में करीब 44 करोड़ लोग मोटापे का शिकार हो सकते हैं. फिलहाल, देश में लगभग 40% लोग अधिक वजन वाले हैं और इनमें से 11.4% को डायबिटीज भी है. खराब खान-पान और सुस्त जीवनशैली इसके बड़े कारण हैं. यही वजह है कि भारत में वजन घटाने वाली दवाओं का बाजार तेजी से बढ़ रहा है.
‘मौनजारो’ की कीमत कितनी है?
यह दवा काफी महंगी है, जिस कारण यह अभी हर किसी की पहुंच में नहीं है.
- डोज: यह 2.5 mg और 5 mg के डोज में उपलब्ध है.
- एक शीशी की कीमत:
- 2.5 mg डोज वाली शीशी का MRP ₹3,500 है.
- 5 mg डोज वाली शीशी का MRP ₹4,375 है.
- मासिक खर्चा:
- 2.5 mg डोज के हिसाब से महीने का खर्च लगभग ₹14,000 आता है.
- 5 mg डोज के हिसाब से महीने का खर्च लगभग ₹17,500 आता है.
कीमत ज्यादा होने के बावजूद, भारत में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है. लॉन्च होने के सिर्फ तीन महीनों में ही इसकी बिक्री 50 करोड़ रुपये तक पहुंच गई.
क्या यह दवा वाकई असरदार है?
डॉक्टरों का मानना है कि मौनजारो और वेगोवी जैसी दवाएं उन लोगों के लिए एक नई उम्मीद हैं जो सर्जरी नहीं करवाना चाहते. ये दवाएं डाइट और एक्सरसाइज के साथ मिलकर बहुत अच्छे नतीजे दे सकती हैं. ये न केवल वजन कम करती हैं, बल्कि दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी घटाती हैं.
हालांकि, एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि इन दवाओं का इस्तेमाल हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए. यह कोई जादुई गोली नहीं है, बल्कि एक इलाज का हिस्सा है जिसे सही जीवनशैली के साथ अपनाना जरूरी है.

