![पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर मॉरीशस में राष्ट्रीय शोक घोषित, झुका रहेगा राष्ट्रीय ध्वज पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर मॉरीशस में राष्ट्रीय शोक घोषित, झुका रहेगा राष्ट्रीय ध्वज](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2024/12/Putin-40-7-34-9-380x214.jpg)
नई दिल्ली/पोर्ट लुईस: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर दुनिया भर में शोक की लहर दौड़ गई है. इस दुखद घटना पर सम्मान प्रकट करते हुए मॉरीशस सरकार ने अपने सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रखने का निर्णय लिया है. मॉरीशस प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, यह सम्मान शनिवार, 28 दिसंबर, डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के दिन सूर्यास्त तक रहेगा.
मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका योगदान न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर विकास और शांति के लिए अमूल्य था. उनके नेतृत्व और दूरदर्शिता को मॉरीशस की जनता भी गहराई से सराहती है.
डॉ. मनमोहन सिंह, जिन्हें उनकी सादगी और आर्थिक सुधारों के लिए याद किया जाता है, का निधन भारतीय राजनीति और अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक युग का अंत है. उनकी आर्थिक नीतियों ने भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख स्थान दिलाया.
Following the passing away of former Prime Minister Dr Manmohan Singh, Mauritius Flag will be flown at half-mast on all Government buildings until sunset today Saturday 28 December, the day of his funeral: Mauritius Prime Minister’s Office pic.twitter.com/BHVqRxRrjy
— ANI (@ANI) December 28, 2024
मॉरीशस और भारत के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत संबंध हैं. डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में इन संबंधों ने और गहराई प्राप्त की थी. मॉरीशस द्वारा इस प्रकार का सम्मान प्रकट करना इस बात का प्रमाण है कि डॉ. सिंह का प्रभाव न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में था.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार 28 दिसंबर 2024 को दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में केंद्र सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की. उनके निधन के बाद, सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए और देश भर में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया. कांग्रेस पार्टी ने भी अपने कई कार्यक्रम रद्द किए और उनकी स्मृति में विशेष बैठकें आयोजित कीं.
डॉ. मनमोहन सिंह को उनकी आर्थिक नीतियों, विशेषकर 1991 के आर्थिक सुधारों के लिए याद किया जाता है जिन्होंने भारत को वैश्विक आर्थिक मंच पर ला खड़ा किया. उनके शांत और विनम्र व्यक्तित्व को भी भारतीय राजनीति में एक अनूठी जगह मिली है.