NH-48 Traffic Jam: मुंबई के Naigaon-Chinchoti-Vasai इलाके के निवासी इन दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग-48 की बिगड़ती हालत और ट्रैफिक समस्या से जूझ रहे हैं. परेशान होकर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) को पत्र लिखकर सामूहिक आत्महत्या की अनुमति मांगी है. पिछले शुक्रवार को सुसुनावघर, मालीजीपाड़ा, सुसुपाड़ा, बोबट पाड़ा और पाथरपाड़ा जैसे गांवों के लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन भी किया था.
उनका कहना है कि जो सफर पहले एक घंटे का होता था, अब पांच से छह घंटे का हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे जीने से मर जाना बेहतर है.
प्रशासनिक लापरवाही पर भड़का गुस्सा
स्थानीय लोगों ने राजमार्ग की खराब हालत और प्रशासनिक लापरवाही पर अपना गुस्सा जाहिर किया. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, ” NHAI Project Director और अन्य अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनका दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बार-बार शिकायत करने के बावजूद, कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है.”
स्थानीय निवासी बढ़ते यातायात के लिए खराब सड़कों, गड्ढों और खराब Traffic Management को जिम्मेदार ठहराते हैं.
शासन को Mass Suicide की चेतावनी
पत्र में, निवासियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग के पुनर्निर्माण, यातायात के लिए अलग लेन और सड़क दुर्घटनाओं के लिए मुआवजे की मांग की. उन्होंने चेतावनी दी, “अगर प्रशासन उदासीन रहा, तो हमारे पास विरोध में अपनी जान देने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.”
वसई-विरार यातायात शाखा को जिम्मेदारी
इस बीच, Mbivvi Police Commissioner ने चिचोटी ट्रैफिक ब्रांच को बंद कर दिया और राजमार्ग यातायात प्रबंधन का काम Vasai-Virar Traffic Branch को सौंप दिया.
अधिसूचना में कहा गया है कि भारी वाहनों की बढ़ती संख्या, स्थानीय वाहनों की संख्या में वृद्धि और सड़क की खराब स्थिति के कारण यातायात बाधित हो रहा है. अब, एक समर्पित सहायक आयुक्त क्षेत्र में यातायात की निगरानी करेंगे.
6 घंटे तक जाम में फंसी 12 स्कूल बसें
मुंबई बंदरगाह से Thane, Palghar and Gujarat के औद्योगिक क्षेत्रों तक माल पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला यह राजमार्ग लंबे समय से ट्रैफिक जाम और खराब सड़कों की समस्या से जूझ रहा है. मंगलवार को वसई तालुका में 500 स्कूली बच्चों को ले जा रही 12 स्कूल बसें छह घंटे तक ट्रैफिक जाम में फंसी रहीं.

