
Milkipur Assembly By-election Result 2025: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव 2025 की मतगणना जारी है. अब तक के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अजीत प्रसाद पर 11,635 वोटों की बढ़त बना ली है. चौथे राउंड की गिनती तक बीजेपी लगातार आगे चल रही है.
मिल्कीपुर उपचुनाव क्यों अहम है?
यह उपचुनाव फैजाबाद लोकसभा सीट से सपा नेता अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद जरूरी हो गया था. 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत के कारण यह विधानसभा सीट खाली हुई थी. मिल्कीपुर सीट अयोध्या जिले का हिस्सा है और राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है.
बीजेपी बनाम सपा: प्रतिष्ठा की लड़ाई
बीजेपी की रणनीति: पार्टी फैजाबाद लोकसभा सीट में अपनी हार का बदला लेने के रूप में इस चुनाव को देख रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर अयोध्या जिले की इकलौती सीट थी, जिसे बीजेपी हार गई थी. इस बार पार्टी पूरी ताकत से इसे जीतने में जुटी है.
सपा की चुनौती: समाजवादी पार्टी इस सीट को बरकरार रखने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. अवधेश प्रसाद के प्रभाव को देखते हुए सपा ने पूरी रणनीति के साथ चुनाव लड़ा है.
मतदान प्रतिशत में इजाफा
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर इस बार मतदान प्रतिशत भी पिछली बार से अधिक रहा. 2025 उपचुनाव में: 65.35% मतदान हुआ. 2022 विधानसभा चुनाव में: 60.23% मतदान हुआ था. यानी, इस बार 5% से ज्यादा का इज़ाफा देखने को मिला, जो बढ़ी हुई चुनावी जागरूकता और कड़े मुकाबले की ओर इशारा करता है.
अब तक का चुनावी ट्रेंड
- बीजेपी के चंद्रभानु पासवान: 11,635 वोटों से आगे
- सपा के अजीत प्रसाद: दूसरे स्थान पर
क्या कहता है चुनाव आयोग?
चुनाव आयोग के मुताबिक, मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो गई थी और पूरे दिन नतीजों की अपडेट आती रहेगी. जैसे-जैसे गिनती आगे बढ़ेगी, स्थिति और स्पष्ट होगी कि मिल्कीपुर का नया विधायक कौन होगा.
क्या बीजेपी अपनी हार का बदला ले पाएगी?
बीजेपी के लिए मिल्कीपुर जीतना बेहद जरूरी है, ताकि अयोध्या जिले में उसकी पकड़ और मजबूत हो सके. वहीं, सपा इस सीट को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है. अंतिम नतीजे यह तय करेंगे कि मिल्कीपुर में किसका परचम लहराएगा—बीजेपी या सपा?