Ozempic Approved For Use In India: मधुमेह प्रबंधन और वजन घटाने के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में, भारत के औषधि नियामक, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (Central Drugs Standard Control Organisation) यानी सीडीएससीओ (CDSCO) ने टाइप 2 मधुमेह (Type 2 Diabetes) से पीड़ित वयस्कों में ओज़ेम्पिक (सेमाग्लूटाइड) (Ozempic (semaglutide) के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. इससे डेनिश दवा निर्माता नोवो नॉर्डिस्क (Novo Nordisk) का हफ्ते में एक बार इस्तेमाल होने वाला इंजेक्शन दुनिया की ‘मधुमेह राजधानी’ में डॉक्टर के पर्चे पर उपलब्ध हो जाएगा.
एएनआई के अनुसार, सीडीएससीओ की मंजूरी में कहा गया है, ‘सेमाग्लूटाइड इंजेक्शन (ओज़ेम्पिक@) को आहार और व्यायाम के सहायक के रूप में अपर्याप्त रूप से नियंत्रित टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित वयस्कों के उपचार के लिए संकेत दिया गया है.’
ओज़ेम्पिक, सेमाग्लूटाइड का ब्रांड नाम है, जो टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में रक्त शर्करा (Blood Sugar) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने वाली दवा है. इसे 2017 में अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन से मंजूरी मिली थी. आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. संचयन रॉय (Dr Sanchayan Roy) ने हेल्थ शॉट्स को बताया- ‘ओज़ेम्पिक को सप्ताह में एक बार इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है और यह वजन घटाने और चयापचय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अपनी भूमिका के लिए जाना जाता है.’
सीडीएससीओ द्वारा ओज़ेम्पिक को दी गई मंजूरी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि क्यों है?
ओज़ेम्पिक को मिली मंज़ूरी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पुरानी बीमारियों के लिए एक नया इलाज पेश करता है. यह विशेष रूप से प्रासंगिक है क्योंकि भारत में मोटापे और मधुमेह की दर लगातार बढ़ रही है. डॉक्टर कहते हैं, ‘ओज़ेम्पिक जैसी प्रभावी दवाओं तक पहुंच होने से इन समस्याओं से प्रभावित लोगों की स्वास्थ्य सेवा में काफी सुधार हो सकता है.’
नोवो नॉर्डिस्क का सेमाग्लूटाइड पेटेंट अगले साल मार्च में समाप्त होने वाला है. इससे दवा के जेनेरिक संस्करण बेचे जा सकेंगे. परिणामस्वरूप, कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है, जिससे यह दवा कई लोगों के लिए ज्यादा किफायती हो जाएगी.
ओज़ेम्पिक वज़न घटाने में कैसे काम करता है?
ओज़ेम्पिक GLP-1 नामक एक प्राकृतिक हार्मोन की तरह काम करता है. यह शरीर को कई तरह से मदद करता है.
इंसुलिन स्राव को बढ़ाता है: यह रक्त शर्करा के उच्च स्तर पर इंसुलिन उत्पादन को उत्तेजित करता है.
ग्लूकागन स्राव को कम करता है: विशेषज्ञ बताते हैं, ‘यह अनावश्यक ग्लूकागन के स्राव को कम करता है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.’
धीमी गैस्ट्रिक निकासी: भोजन को पेट से निकलने में अधिक समय लगता है. इससे खाने के बाद लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस हो सकता है.
भूख कम करना: अधिक मात्रा में लेने पर, यह भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे वजन प्रबंधन के प्रयासों को और बल मिलता है.
ओज़ेम्पिक के क्या लाभ हैं?
ओज़ेम्पिक अब भारत में स्वीकृत है और टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित कई लोगों के लिए मददगार साबित हो सकता है.
बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण: यह दवा रक्त शर्करा के स्तर को अधिक प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में मदद करती है, जो मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है.
वजन घटाने में मददगार: डॉ. रॉय कहते हैं, ‘2.4 मिलीग्राम की उच्च खुराक, जीवनशैली में बदलाव के साथ, वज़न घटाने में मददगार साबित हुई है.’
हृदय संबंधी जोखिम में कमी: हृदय संबंधी समस्याओं के उच्च जोखिम वाले रोगियों के लिए, ओज़ेम्पिक गंभीर हृदय संबंधी समस्याओं की घटनाओं को कम करने में सहायक है.
क्या ओज़ेम्पिक के कोई गंभीर दुष्प्रभाव हैं?
ओज़ेम्पिक के फायदे तो हैं, लेकिन इसके साथ जोखिम भी जुड़े हैं. कई उपयोगकर्ता मतली और उल्टी जैसी पेट की समस्याओं की शिकायत करते हैं. विशेषज्ञों ने यह भी बताया है कि इसके गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं.
अग्नाशयशोथ: अग्नाशय में सूजन का खतरा है.
पित्ताशय की थैली संबंधी जटिलताएं: मरीजों को पित्ताशय की थैली के कामकाज में समस्याएं हो सकती हैं.
गुर्दे की समस्याएं: विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं, ‘कुछ उपयोगकर्ताओं में गुर्दे संबंधी जटिलताएं देखी गई हैं.’
थायरॉइड संबंधी चिंताएं: चूहों में थायरॉइड ट्यूमर, खासकर सी-सेल ट्यूमर, की संभावना को लेकर चिंताएं हैं. इसी वजह से इंसानों में इसके इस्तेमाल को लेकर सावधानी बरती जा रही है.
मानसिक स्वास्थ्य संबंधी दुष्प्रभाव: मनोदशा में बदलाव और चिंता देखी गई है. इलाज के दौरान सावधानीपूर्वक चिकित्सकीय देखरेख जरूरी है.
इतने सारे सेलिब्रिटी ओज़ेम्पिक क्यों ले रहे हैं?
सेलिब्रिटी विज्ञापनों ने ओज़ेम्पिक की लोकप्रियता बढ़ा दी है. एलोन मस्क, एमी शूमर, शेरोन ऑस्बॉर्न, लिज़ो और रेबेल विल्सन जैसी जानी-मानी हस्तियों ने इस दवा के साथ अपने अनुभव साझा किए हैं. हालांकि, इसकी प्रभावशीलता और दुष्प्रभावों पर उनकी राय अलग-अलग है. हालांकि कई लोग वज़न घटाने के लिए इसका इस्तेमाल करने में रुचि रखते हैं, लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि इसके स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी हैं. ओज़ेम्पिक का इस्तेमाल सावधानी से और किसी स्वास्थ्य पेशेवर की सलाह से करना जरूरी है.
भारत में ओज़ेम्पिक की कीमत क्या है?
ओज़ेम्पिक भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए तैयार है और उपयोगकर्ताओं के लिए मूल्य निर्धारण एक महत्वपूर्ण कारक है. सटीक कीमत अभी तक पुष्टि नहीं हुई है. फिर भी, वजन कम करने वाले संस्करण, वेगोवी की कीमत खुराक और पैक के आकार के आधार पर प्रति माह ₹17,345 से ₹26,015 के बीच होने की उम्मीद है. डॉक्टर ने बताया, ‘मौनजारो (टिर्जेपेटाइड) जैसी प्रतिस्पर्धी दवाएं भी उपलब्ध हैं, जिनके शुरुआती पैक की कीमत ₹14,000 से ₹17,500 प्रति माह के बीच है.’
हालांकि नोवो नॉर्डिस्क ने अभी तक कीमत का विवरण नहीं दिया है, लेकिन खुदरा कीमतें शहर, फार्मेसी, खुराक और पैकेजिंग के आधार पर भिन्न हो सकती हैं. जेनेरिक विकल्पों की भविष्य में उपलब्धता और थोक खरीद सहित कई कारक इस दवा की सामर्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं.

