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Jalna Stray Dog Attacks: देश की राजधानी दिल्ली में आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. दूसरी ओर, महाराष्ट्र के जालना शहर में भी आवारा कुत्तों के हमलों का मामला लगातार बढ़ रहा है, जिससे लोग चिंतित हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, जालना में पिछले एक साल में 650 से अधिक लोग कुत्तों के हमले का शिकार बने हैं, जिसके कारण शहरवासियों में भय का माहौल बना हुआ है.
जालना में हाल की घटनाएँ
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स्वच्छता निरीक्षक पर हमला: कुछ दिन पहले, जालना नगरपालिका (JMC) के एक स्वच्छता निरीक्षक पर रेलवे स्टेशन और उड्डाण पुल के बीच पैदल जाते समय आवारा कुत्तों ने हमला किया. आसपास के नागरिकों की त्वरित मदद से उनकी जान बचाई गई. यह भी पढ़े: Stray Dog Attacks 8-Year-Old Boy Video: मेरठ में रेबीज से संक्रमित कुत्ते ने 8 वर्षीय बच्चे के काटे होंठ, गुस्साए ग्रामीणों ने कुत्ते को उतारा मौत के घाट
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गांधीनगर में बच्चे पर हमला: शहर के गांधीनगर क्षेत्र में एक 4-5 साल के बच्चे पर आवारा कुत्तों ने हमला कर उसे घायल कर दिया. बच्चे को छत्रपति संभाजी नगर के अस्पताल में भर्ती किया गया, जहाँ इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई.
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सात साल की बच्ची की मृत्यु: 6 मई 2025 को गांधीनगर में सात साल की संध्या पाटोले पर कुत्तों के झुंड ने हमला किया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई. इस घटना के बाद JMC आयुक्त संतोष खांडेकर ने एक स्वच्छता निरीक्षक को निलंबित किया.
जालना में 3,000 आवारा कुत्तें
जालना नगरपालिका ने आवारा कुत्तों को नियंत्रित करने के लिए एक ठेका सौंपा है, जिसके तहत नसबंदी अभियान चलाया जा रहा है. अधिकारियों के अनुसार, शहर में लगभग 3,000 आवारा कुत्ते हो सकते हैं. इसके अलावा, 21 जून 2025 से एक मुंबई स्थित संगठन ने रेबीज के खिलाफ कुत्तों का टीकाकरण शुरू किया है. फिर भी, इन उपायों से अभी तक कोई ठोस परिणाम नहीं मिला है.
जनता और राजनीतिक प्रतिक्रिया
जालना में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के जिला प्रमुख और पूर्व नगराध्यक्ष भास्कर अंबेकर ने कहा कि कुत्तों और आवारा जानवरों के खिलाफ कई बार आयुक्त को निवेदन दिए गए हैं और आंदोलन किए गए हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.दिल्ली में भी विभिन्न संगठनों और नागरिकों ने इस मुद्दे पर कड़े कदम उठाने की मांग की है.
दिल्ली में स्थिति
दिल्ली में भी आवारा कुत्तों की समस्या गंभीर है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर सुनवाई करते हुए स्थानीय प्रशासन से प्रभावी कदम उठाने को कहा है.