Credit-(X,@AmbatiRambabu)
गुंटूर, आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में एक पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, जब एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें वह तीन युवकों को सरेआम बेरहमी से पीटते हुए दिखाई दे रहा है.यह घटना गुंटूर जिले के तेनाली हाईवे पर हुई. इस वीडियो में देख सकते है कि एक पुलिस अधिकारी तीनों को नीचे बैठाता और डंडे से कई बार इनके पैरों पर मारता है. जिसके कारण सभी युवक काफी कराहते है. इसके बाद एक दुसरे अधिकारी हाथ में डंडा लेता है और एक अधिकारी उस युवक के पैर को अपने पैरों से दबाता है. जिससे की वह मारने के दौरान अपने पैर न हिलाए.
इस वीडियो के सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद अब पुलिस पर भी सवाल उठने लगे है. इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @AmbatiRambabu नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.
पुलिस की अमानवीय मारपीट
ఈ దృశ్యం తెనాలి నడిరోడ్డు పై…
తప్పు చేసినా కొట్టే హక్కు వీరికి లేదు
పౌరహక్కులు లేని “బాబు పాలన “ఇది!
కదలండి…….న్యాయ పోరాటానికి!@ncbn @naralokesh @Anitha_TDP @APPOLICE100 pic.twitter.com/uiS5Nvzwx7
— Ambati Rambabu (@AmbatiRambabu) May 26, 2025
वीडियो में दिखी बर्बरता
वायरल वीडियो में तीन युवक विक्टर, बाबूलाल और राकेश हाईवे पर ज़मीन पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि एक पुलिसकर्मी उनकी टांगों पर डंडे से लगातार वार कर रहा है. एक अन्य पुलिसकर्मी उनमें से एक की टांग को अपने जूते से दबाकर रखता है, जिससे वह हिल न सके.
विरोध और कार्रवाई
यह वीडियो वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अंबाती रामबाबू ने शेयर किया और इसे ‘बाबू का शासन’ बताते हुए नागरिक अधिकारों पर हमला करार दिया. उन्होंने लिखा, ‘अगर आपने कुछ गलत भी किया है तो भी किसी को आपको मारने का अधिकार नहीं है.ये बिना नागरिक अधिकारों वाला शासन है!
युवकों पर आरोप
जानकारी के अनुसार, तीनों युवक नशे की हालत में थे और उन्होंने पहले एक कांस्टेबल पर हमला किया था.हालांकि, इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें कानूनी प्रक्रिया के तहत हिरासत में लेने के बजाय आइथानगर इलाके में ले जाकर सजा दी, जिसका वीडियो अब इंटरनेट पर तेजी से फैल रहा है.
पुलिस अधिकारी हुआ सस्पेंड
सोशल मीडिया पर भारी आलोचना और मानवाधिकार संगठनों की नाराज़गी के बाद, संबंधित अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘किसी भी प्रकार की हिरासत में या सार्वजनिक स्थान पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मामले की जांच जारी है और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है.

