Dubai Regulator Halts HDFC Bank’s DIFC Branch: भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंकों में से एक HDFC बैंक के लिए दुबई से एक बड़ी खबर आई है. दुबई के फाइनेंशियल रेगुलेटर, दुबई फाइनेंशियल सर्विसेज अथॉरिटी (DFSA), ने HDFC बैंक की दुबई इंटरनेशनल फाइनेंशियल सेंटर (DIFC) ब्रांच पर नए ग्राहक बनाने से रोक लगा दी है.
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार को HDFC बैंक ने बताया कि दुबई के रेगुलेटर ने 25 सितंबर, 2025 को एक नोटिस जारी किया. इस नोटिस के मुताबिक, बैंक की दुबई ब्रांच अब किसी भी नए ग्राहक को अपने साथ नहीं जोड़ सकती. यह रोक उन सभी नए ग्राहकों पर लागू होगी, जिनका खाता खोलने या अन्य सर्विस शुरू करने का प्रोसेस 25 सितंबर तक पूरा नहीं हुआ था.
रेगुलेटर ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि उन्हें बैंक के नए ग्राहकों को जोड़ने (ऑनबोर्डिंग) के प्रोसेस में कुछ खामियां मिली थीं. उनका मानना था कि कुछ ग्राहकों को बिना सही प्रक्रिया अपनाए ही सेवाएं दी जा रही थीं.
किन-किन सेवाओं पर लगी है रोक?
इस रोक के तहत, ब्रांच नए ग्राहकों के लिए ये काम नहीं कर सकती:
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- वित्तीय उत्पादों (Financial Products) पर सलाह देना.
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- निवेश सौदों की व्यवस्था करना.
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- क्रेडिट या लोन पर सलाह देना.
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- कस्टडी से जुड़ी सेवाएं देना.
सीधे शब्दों में कहें तो, बैंक अब नए ग्राहकों को लुभाने के लिए किसी भी तरह का प्रचार या प्रमोशन भी नहीं कर पाएगा.
पुराने ग्राहकों का क्या होगा?
HDFC बैंक ने साफ किया है कि इस फैसले से पुराने ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. जिनके खाते पहले से ही इस ब्रांच में हैं, उन्हें पहले की तरह सभी सेवाएं मिलती रहेंगी. 23 सितंबर, 2025 तक इस ब्रांच के पास लगभग 1,489 ग्राहक थे, जिन्हें कोई परेशानी नहीं होगी.
बैंक ने क्या कहा?
HDFC बैंक का कहना है कि इस रोक से बैंक की कुल आर्थिक सेहत पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि दुबई ब्रांच का ऑपरेशन बैंक के कुल कारोबार का बहुत छोटा हिस्सा है. बैंक ने यह भी बताया कि उन्होंने रेगुलेटर के निर्देशों का पालन करना शुरू कर दिया है और जल्द से जल्द इन कमियों को दूर करने के लिए अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
यह रोक तब तक जारी रहेगी, जब तक रेगुलेटर खुद इसे हटाने के लिए कोई नया आदेश जारी नहीं करता.