गुरुग्राम, हरियाणा: पिछले दिनों गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक महिला को आवारा कुत्तों (Stray Dogs) को खाना खिलाते हुए एक शख्स ने पीटा था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी वायरल हुआ था. इसके बाद आरोपी शख्स पर मामला भी दर्ज किया गया था. अब एक बार और गुरुग्राम (Gurugram) के सेक्टर 28 से एक युवक के साथ मारपीट की गई है. ये घटना गुरुग्राम की एक सोसाइटी की बताई जा रही है. इस वीडियो में देख सकते है कि ,’ एक युवक बाइक पर खड़ा है और एक शख्स उसे डंडे से मारते हुए कहता है, तू कैसे आया यहांपर, किसने भेजा तुझे, इसके बाद वह युवक से कहता है ,’ काटकर फेंक दूंगा. इस घटना के बाद डॉग लवर्स (Dog Lovers) में भी गुस्सा फैल गया है और इस घटना को लेकर उन्होंने सीनियर पुलिस अधिकारियों से मुलाक़ात की.
इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया X पर @NewsPlus_21 नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.
कुत्तों को खाना खिलानेवाले की पिटाई
गुरुग्राम से शर्मसार कर देने वाला वीडियो: कुत्तों को खाना देने वाले युवक को लाठी से पीटा#StreetDogs #ViralVideo #Gurugram #SupremeCourt #StrayDogs #FeedDogs #AnimalLover #DogRescue pic.twitter.com/8Oxr8M8sgg
— NewsPlus21 (@NewsPlus_21) August 27, 2025
एनजीओं ने की पुलिस अधिकारीयों से मुलाक़ात
इस घटना को लेकर ‘स्टैंड फोर एनिमल्स’ नामक एनजीओ (NGO) समेत कई पशु-प्रेमियों का प्रतिनिधिमंडल वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिला. यह घटना 23 अगस्त को हुई थी. पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.एनजीओ के संस्थापक सुधीर सचदेवा ने बताया कि एसीपी की अनुशंसा पर अब यह केस डीसीपी के पास जाएगा.डीसीपी आरोपियों को तलब कर कानूनी कार्रवाई शुरू करेंगे.इस मामले में 1 सितंबर को जिला अदालत में एनसीआर (NCR) दर्ज कराई जाएगी. इसके बाद 2 सितंबर को पीड़ित पक्ष को कानूनी सलाहकार नियुक्त करना होगा ताकि अदालत से समन जारी कराया जा सके. इसी के साथ मामले की सुनवाई की औपचारिक शुरुआत होगी.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बीच उठा मामला
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब नगर निगम गुरुग्राम सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के हालिया आदेश के बाद आवारा कुत्तों के टीकाकरण (Vaccination) और नसबंदी (Sterilization) की प्रक्रिया को तेज करने की योजना बना रहा है.सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को दिए अपने आदेश में संशोधन करते हुए कहा कि कुत्तों को पकड़कर रखने की बजाय, नसबंदी और टीकाकरण के बाद उन्हें उसी इलाके में छोड़ा जाएगा, जहां से उन्हें पकड़ा गया था.

