सरकार ने आज स्पष्ट किया कि गोवा में पैराग्लाइडिंग ऑपरेशन को सस्पेंड किया गया है, उस पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है तथा संचालकों द्वारा दिशा-निर्देशों का अनुपालन करने के बाद इसे फिर से शुरू किया जाएगा.बता दें कि महाराष्ट्र की एक महिला पर्यटक समेत दो लोगों की मौत के बाद पर्यटन विभाग ने अगले आदेश तक पूरे गोवा में सभी प्रकार की पैराग्लाइडिंग ऑपरेशन को बंद करने का आदेश दिया था.
गोवा के पर्यटन मंत्री का बयान
गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खाउंटे ने कहा, ‘यह गलत सूचना फैलाई जा रही है कि पैराग्लाइडिंग परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है..यह प्रतिबंध नहीं है, बल्कि तब तक के लिए स्थगित है जब तक हम सभी अनुमतियों की समीक्षा नहीं कर लेते. फिलहाल पैराग्लाइडिंग स्थगित है, उन्होंने इस दौरान गोवा की भाषा में ‘भीवपची गरज ना’ भी कहा.खाउंटे का कहना है कि पैराग्लाइडिंग एक पसंदीदा खेल है, जिसमें सख्त नियम होने के बावजूद जोखिम रहता है.
उन्होंने कहा, ‘पैराग्लाइडिंग एक एक्सट्रीम स्पोर्ट है, चाहे कितने भी नियम लागू हों, ऐसी घटनाएं होने की संभावना है.लेकिन अगर लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं तो हम खेल की अनुमति नहीं देंगे.खाउंटे ने इस बात पर जोर दिया कि पैराग्लाइडिंग या इसी तरह की गतिविधियों की पेशकश करने के इच्छुक ऑपरेटरों को निरीक्षण के लिए आवश्यक अनुमति प्रस्तुत करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘जो कोई भी पैराग्लाइडिंग या इस तरह के ऑपरेशन कर रहा है, उसे आकर हमें अपनी परमिशन दिखानी चाहिए और अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम उसे शुरू करेंगे और अनुमति देंगे.
मृतकों के परिजनो के लिए जताई सहानुभूति
मंत्री खाउंटे ने हाल ही में हुए हादसे से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की, और इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी. उन्होंने कहा कि अवैध गतिविधियों से जान का नुकसान होता है, हम परिवारों के साथ सहानुभूति रखते हैं, जान चली जाती है और हम समझौता नहीं करेंगे.हम स्पष्ट हैं कि हम चाहते हैं कि यह सुरक्षित और संरक्षित रहे. गोवा और गोवा के पर्यटन के हित में जहां भी जरूरत होगी, हम अपना कदम उठाएंगे. मंत्री का ये यह स्पष्टीकरण विधायक माइकल लोबो द्वारा गोवा में पैराग्लाइडिंग पर पूर्ण प्रतिबंध का विरोध करने तथा इसके स्थान पर अधिक कड़े सुरक्षा नियमन की मांग करने के बाद आया है.