भारत मौसम विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि अरब सागर के पूर्व-मध्य भाग में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो 24 मई तक एक डिप्रेशन (अवदाब) का रूप ले सकता है. यह सिस्टम महाराष्ट्र के रत्नागिरी तट के पास कोंकण-गोवा तट से सटा हुआ है, जहां पर चक्रवातीय गतिविधियों के संकेत मिल रहे हैं. यहां हम आपको Cyclone Shakti का लाइव ट्रैकर सिस्टम दिखा रहे हैं. यहां आपको चक्रवातीय सर्कुलेशन की स्थिति साफ दिखाई दे रही है. यह क्षेत्र तेजी से सक्रिय हो रहा है, और आने वाले 36 घंटों में इसमें और तेजी आने की संभावना है.
IMD ने फिलहाल Cyclone Shakti की पुष्टि नहीं की है. लेकिन उन्होंने ये जरूर कहा है कि अगर यह दबाव बना रहा और मजबूत होता गया, तो अगले 72 घंटे बेहद महत्वपूर्ण होंगे. इस समय के बाद यह सिस्टम चक्रवात का रूप भी ले सकता है.
कोंकण और गोवा में रेड अलर्ट
IMD ने कोंकण और गोवा के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इसका मतलब है कि वहां बहुत भारी बारिश, गर्जन के साथ बिजली, और तेज हवाएं (40-65 किमी/घंटा) चल सकती हैं. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस दौरान बिजली के खंभे और तारों को नुकसान पहुंच सकता है. खेतों में फसल और खुले में बंधे मवेशियों को खतरा हो सकता है. समुद्री इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
तेलंगाना, कर्नाटक और मध्य भारत में दिखेगा असर
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र की सीमाएं, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और तटीय कर्नाटक में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसका मतलब है कि वहां मौसम बिगड़ सकता है और सतर्कता जरूरी है. बेंगलुरु में तो हाल ही में भारी बारिश के कारण जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई थी.
राजस्थान और गुजरात में लू का कहर
जहां एक तरफ कुछ राज्यों में बारिश और तूफान का खतरा है, वहीं राजस्थान और गुजरात में तेज गर्मी और लू जैसी स्थितियां देखने को मिल रही हैं. यानी देश के अलग-अलग हिस्से एक ही समय पर भिन्न मौसम परिस्थितियों से जूझ रहे हैं.
Cyclone Shakti अभी पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है, लेकिन अरब सागर में बन रहा यह दबाव चिंता का विषय जरूर है. अगले 2-3 दिन देश के कई हिस्सों के लिए अहम हैं. सावधानी और सतर्कता ही फिलहाल सबसे जरूरी हथियार हैं, ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके.
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