Bihar Assembly Elections 2025: बिहार की राजनीति में इन दिनों सियासी घमासान तेज हो गया है. विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू और बीजेपी दोनों ने अनुशासनहीन नेताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी जनता दल यूनाइटेज (JDU) ने 16 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है. वहीं, भाजपा (BJP) ने भी आज, सोमवार को चार बागी नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. बीजेपी द्वारा बाहर किए गए चार नेताओं में बहादुरगंज से वरुण सिंह, गोपालगंज से अनूप कुमार श्रीवास्तव, कहलगांव से विधायक पवन यादव और बड़हरा से सूर्यभान सिंह शामिल हैं.
इन सभी नेताओं ने एनडीए गठबंधन (NDA Alliance) के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ा था. पार्टी ने इस अनुशासनहीनता और संगठन विरोधी गतिविधि को देखते हुए कार्रवाई की है.
JDU ने भी 16 नेताओं को पार्टी से निकाला
साथ ही, जेडीयू ने भी पार्टी लाइन तोड़ने वालों पर बड़ी कार्रवाई की है. पार्टी ने कहा कि निष्कासित किए गए 16 नेता एनडीए के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे और पार्टी की विचारधारा के खिलाफ काम कर रहे थे. निष्कासित नेताओं में वर्तमान विधायक गोपाल मंडल, पूर्व मंत्री शैलेश कुमार और हिमराज सिंह, पूर्व एमएलसी संजीव श्याम सिंह, पूर्व विधायक महेश्वर यादव, श्याम बहादुर सिंह, सुदर्शन कुमार और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं.
टिकट वितरण और असंतोष बना कारण
इस सामूहिक कार्रवाई ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है. दोनों दलों में बगावत के सुर चुनावी समीकरण बदल सकते हैं. जानकारों का कहना है कि टिकट वितरण और आंतरिक असंतोष ने इस बगावत को हवा दी है. अब देखना यह है कि ये निष्कासित नेता क्या रुख अपनाते हैं. क्या वे किसी नए मोर्चे में शामिल होंगे या निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.

