बनासकांठा, 2 अप्रैल : गुजरात के बनासकांठा जिले में डीसा के निकट एक अवैध पटाखा गोदाम में हुए भीषण विस्फोट में मारे गए 21 लोगों के शव लेकर उनके परिजन बुधवार सुबह मध्यप्रदेश में अपने-अपने गांवों के लिए रवाना हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में पांच बच्चे भी शामिल हैं जो मध्यप्रदेश के देवास और हरदा जिलों के संदलपुर तथा हादिया गांवों के रहने वाले थे. अहमदाबाद के धोलका में एक प्लास्टिक फैक्टरी में काम करने वाले चंद्रसिंह नायक ने इस हादसे में अपनी बेटी, दामाद, नतिनी राधा (3) और नाती अभिषेक (10) के अलावा अपने दामाद के परिवार के दो अन्य सदस्यों को खो दिया. बेहद भावुक दिख रहे नायक ने बताया कि उनकी बेटी और उसके पति ने हाल ही में गोदाम में काम करना शुरू किया था, लेकिन उनकी सास पहले भी वहां काम कर चुकी थीं.
उन्होंने कहा, ‘‘मृतकों में से 10 लोग संदलपुर और 11 लोग हादिया के थे. ’’ इस हादसे में जीवित बचे राजेश नायक ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 9.45 बजे जब श्रमिक गोदाम पर पहुंचे तो विस्फोट हुआ. डीसा ग्रामीण पुलिस थाने के निरीक्षक वी जी प्रजापति ने कहा, ‘‘मृतकों के शवों को लेकर एम्बुलेंस उनके गांवों के लिए रवाना होने लगी हैं. अब तक दो-दो ताबूतों वाली दस एम्बुलेंस रवाना हो चुकी हैं.’’ गुजरात के उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत के साथ डीसा पहुंचे मध्यप्रदेश के मंत्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि दोनों राज्यों की सरकारें पीड़ितों और उनके परिवारों को राहत प्रदान कर रही हैं.
चौहान ने कहा, ‘‘यह बहुत ही दुखद घटना है और पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है….मध्यप्रदेश से लोग रोजगार की तलाश में गुजरात आते हैं और गुजरात से भी लोग रोजगार की तलाश में जाते हैं. सरकार ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है. ’’ गुजरात के बनासकांठा जिले में मंगलवार को एक पटाखा गोदाम में विस्फोट के बाद आग लगने और इमारत के कुछ हिस्से के ढहने की घटना में पांच बच्चों समेत 21 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए. यह घटना सुबह करीब नौ बजकर 45 मिनट पर डीसा कस्बे के पास स्थित गोदाम में हुई, जहां अवैध रूप से पटाखों का भंडारण और उनका निर्माण किया जा रहा था.