जानिये छत्तीसगढ़ में कब निकलेगा करवाचौथ का चाँद और मान्यता
करवा चौथ पर सुहागन महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा को विशेष महत्व दिया जाता है क्योंकि इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं। अगर आप यह नहीं जानती कि करवा चौथ के दिन चंद्रोदय कब होगा और क्या है करवा चौथ की मान्यता।
आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे करवा चौथ का त्योहार इस साल 2019 में 17 सितंबर 2019 के दिन मनाया जाएगा तो आइए जानते हैं करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय और उसकी मान्यता –
करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय करवा चौथ का चांद कब निकलेगा अगर आपको नहीं पता तो बता दें कि रायपुर में करवा चौथ के दिन चांद रात 8 बजकर 07 मिनट पर निकलेगा।
करवा चौथ का व्रत कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है।वहीं अमांता कैलेंडर के अनुसार यह करवा चौथ का व्रत अश्विन मास के दौरान आता है। जिसे गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में माना जाता है। हालाँकि, यह केवल उस महीने का नाम है जो अलग लेकिन सभी राज्यों में करवा चौथ एक ही दिन मनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी दिन पड़ता है।
सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। सुहागन महिलाएं इस दिन भगवान शिव के परिवार की पूजा करती है। भगवान गणेश सहित और करवा चौथ का व्रत चंद्रमा की पूजा और उसे अर्ध्य देने के बाद ही खोलती हैं। करवा चौथ का यह व्रत अत्यंत ही कठिन होता है। जिसमें खाना तो क्या पानी की एक बूंद तक ग्रहण नहीं की जाती। जब तक सूर्य न छिप जाए और रात में चंद्रमा का उदय न हो जाए।