Raigarh Crime : रायगढ़ जेल परिसर कॉम्प्लेक्स में महिला की हत्या के मामले में जूटमिल पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मृतिका डिलेश्वरी महंत जो भीख मांगकर जीवन यापन करती थी, जिसकी लाश बीते 02 जनवरी को जेल कॉम्प्लेक्स की गैलरी में मिली था।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को दोपहर जूटमिल पुलिस को जेल काम्पलेक्स में महिला का शव पड़े होने की सूचना मिली। तत्काल डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय, निरीक्षक मोहन भारद्वाज के साथ जूटमिल व साइबर सेल की टीम मौके पर पहुंची। एसपी दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन पर डीएसपी अभिनव उपाध्याय के सुपरविजन में जांच टीम प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने आरोपी का सुराग जुटाने के लिए मृतिका के जान-पहचान वालों से पूछताछ की।
एक गवाह ने बताया कि मृतिका को एक भिक्षुक, जिसे ‘चितकबरा बाबा’ के नाम से जाना जाता है उसके साथ देखा गया था। चितकबरा बाबा मौके से फरार था। तत्काल पुलिस टीम संदेही की पतासाजी में जुट गई। संदेही के भिच्छुक प्रवृत्ति की जानकारी पर पुलिस ने रेल्वे स्टेशन पर जाकर ऐसे लोगों से पूछताछ किया जिसमें उसके नया शनि मंदिर के पास होने की जानकारी मिली। तत्काल पुलिस टीम नया शनि मंदिर पहुंचकर संदेही मनकूराम भोय उर्फ चितकबरा बाबा को हिरासत में ली जिससे कड़ी पूछताछ करने पर डिलेश्वरी महंत की हत्या करना स्वीकार कर घटना का वृतांत बताया।
आरोपी मनकूराम भोय उर्फ चितकबरा बाबा पिता टेटकूराम 54 वर्ष, निवासी ग्राम जमीरगीडी धरमजयगढ़ जिला रायगढ़ ने बताया कि करीब 15 वर्ष पूर्व पत्नी की मृत्यु के बाद से पूजापाठ एवं भीख मांग कर जीवन यापन करते आ रहा है। करीब 06 माह पूर्व रायगढ़ आकर भीख मांगकर जीवन यापन कर रहा था। इसी दौरान रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के पास भीक्षा मांगने वाली डिलेश्वरी महंत से जान परिचय हुआ, दोनो अलग-अलग भीक्षा मांगकर कर आते थे और पति पत्नी की तरह रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के पास रहते थे।
कुछ दिन पहले डिलेश्वरी उसे छोड़कर चली आई थी बाद में पता चला कि डिलेश्वरी जेल काम्प्लेक्स के उपर गैलरी में किसी अन्य व्यक्ति के साथ रहती है। जिसे कई बार साथ चलने के लिए बोला पर जाने से इंकार करती थी। बीते गुरुवार वह जेल काम्प्लेक्स गया और डिलेश्वरी को साथ चलने बोला जो साथ जाने से मना कर दी, जिस बात को लेकर दोनों के बीच लड़ाई गाली गलौज और मारपीट हुआ। डिलेश्वरी आसपास के लोगों को आवाज लगाने लगी जिससे वह डर गया और फंस जाऊंगा सोंचकर डिलेश्वरी के गले में रखे हुए गमछे से उसके गले में लपेट कर दोनो हाथ से ताकत से खीच दिया जिससे डिलेश्वरी की मृत्यु हो गई। तब वहां से भाग गया।