रायपुर। CG NEWS: छत्तीसगढ़ की पावन धरती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान एक भावनात्मक दृश्य सामने आया, जब वे अपने आराध्य परंपरा के प्रतीकस्वरूप प्रधानमंत्री जी को पारंपरिक पगड़ी भेंट करना चाहते थे, पर सुरक्षा कारणों से वह भीतर नहीं लाई जा सकी। यह बात जानकर प्रधानमंत्री जी ने स्वयं आगे बढ़कर सुरक्षा कर्मियों से पगड़ी मंगवाई और मंच पर पूरे आदर और भाव से उसे स्वीकार किया।
यह दृश्य केवल एक सम्मान का नहीं, बल्कि हमारी जनजातीय लोकसंस्कृति, उनकी आस्था और परंपराओं के प्रति प्रधानमंत्री जी के गहरे हृदय से जुड़े हुए प्रेम और संवेदनशीलता का जीवंत प्रमाण था।

कार्यक्रम के दौरान मंच पर परंपरा, आस्था और संवेदनशीलता का सुंदर मेल देखने को मिला। रामनामी संप्रदाय की पगड़ी को स्वीकार करना न सिर्फ एक सम्मान का प्रतीक था, बल्कि छत्तीसगढ़ की जनजातीय-सांस्कृतिक विरासत के प्रति गहरी श्रद्धा का संकेत भी बना।

