गिरिश गुप्ता गरियाबंद:- जिले के प्रमुख धार्मिक व पर्यटन स्थल जतमई मंदिर में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब भीड़ का फायदा उठाकर अज्ञात चोरों ने एक महिला पर्यटक की सोने की चैन झपट ली। यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है, बल्कि पर्यटन स्थलों की निगरानी व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर जतमई मंदिर क्षेत्र में इन दिनों पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। झरनों की कलकल, घने जंगलों का नयनाभिराम दृश्य और पौराणिक महत्व से जुड़ा यह स्थल श्रद्धालुओं और प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। रविवार को छुट्टी होने के कारण हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचे थे। इसी भीड़भाड़ के बीच चोरों ने अपनी योजना को अंजाम दिया।
पीड़ित महिला के अनुसार, जब वह मंदिर दर्शन के बाद झरने की ओर जा रही थी, तभी अचानक किसी ने उसके गले से झपट्टा मारकर चैन खींच ली। भीड़ के कारण न तो किसी ने चोर को पकड़ा और न ही तत्काल कुछ समझ पाया। कुछ ही क्षणों में आरोपी मौके से फरार हो गया। मौके पर लगे CCTV कैमरों की जांच के दौरान एक संदिग्ध महिला की पहचान की गई है, जो घटना के समय पास ही खड़ी नजर आ रही है। पुलिस ने उक्त फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है और स्थानीय सूत्रों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।
#गरियाबंद – #जतमई पर्यटन स्थल पर चैन स्नैचिंग की सनसनीखेज वारदात, भीड़ का फायदा उठाकर चोरों ने महिला को बनाया निशाना, #CCTV फुटेज में संदिग्ध महिला कैद pic.twitter.com/S3vhgJo73Y
— Cgtop36 (@cgtop36) July 22, 2025
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
हालांकि स्थल पर सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात थे, लेकिन भीड़ के अनुपात में बल की संख्या बहुत कम थी। लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मांग की है कि जतमई जैसे उच्च भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थलों पर स्थायी पुलिस चौकी की स्थापना की जाए, अधिक CCTV कैमरे लगाए जाएं,पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। घटना के बाद कई स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लगाई गई, तो जतमई की छवि और पर्यटकीय संभावनाओं को भारी नुकसान हो सकता है।
पर्यटन केवल दृश्यावलोकन नहीं, बल्कि विश्वास का दूसरा नाम है। यदि पर्यटकों की सुरक्षा पर आंच आती है, तो किसी भी पर्यटन स्थल की लोकप्रियता लंबा टिक नहीं पाती। प्रशासन को चाहिए कि वह इस घटना को चेतावनी के रूप में ले और व्यवस्था को सशक्त व आधुनिक बनाए।

