रायपुर। CM विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य के चहुंमुखी विकास में अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। राज्य के युवाओं को इस विकास में भागीदार बनाने युवा आयोग के माध्यम से अनेक कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। युवा शक्ति-राष्ट्र की प्रगति इस विचार को साकार करने में छत्तीसगढ़ युवा आयोग एक प्रभावशाली कड़ी के रूप में उभरा है। प्रदेश के युवाओं को सशक्त, जागरूक और आत्मनिर्भर बनाने के लिए आयोग द्वारा कई अभिनव योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जो न केवल उनके व्यक्तित्व विकास में सहायक हैं, बल्कि उन्हें समाज और राष्ट्र निर्माण की दिशा में सक्रिय भागीदारी का अवसर भी दे रही हैं।
छत्तीसगढ़ युवा आयोग की स्थापना युवाओं की समस्याओं के समाधान, मार्गदर्शन और नीति निर्माण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए की गई थी। आयोग का युवाओं को शिक्षा, स्वरोजगार और कौशल विकास से जोड़ना, युवाओं के मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास को बढ़ावा देना, युवा संवाद एवं भागीदारी के लिए मंच प्रदान करना, समाज सेवा, नेतृत्व और नवाचार को प्रोत्साहन देना मुख्य उद्देश्य है। छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग ने वर्ष 2025 में युवाओं, महिलाओं और खेल जगत के उत्थान के लिए अनेक सराहनीय कार्यक्रम आयोजित किए। इन पहलों से न केवल समाज में जागरूकता का प्रसार हुआ, बल्कि सकारात्मक बदलाव और नई ऊर्जा का संचार भी हुआ है।
युवा संवाद
राज्य भर के युवाओं को एक मंच पर लाकर उनके विचारों, समस्याओं और समाधान पर चर्चा के लिए ‘युवा संवाद’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जिला, संभाग और राज्य स्तर पर आयोजित किये जाते हैं, जहाँ युवाओं को सरकारी नीतियों, योजनाओं और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी दी जाती है। बस्तर संभाग के छह जिलोंकृबस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर और कोण्डागांव में 6 से 9 अप्रैल 2025 के बीच ‘‘युवा संवाद कार्यक्रम’’ का आयोजन किया गया। इसमें विद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थी, युवा संगठन, एनएसएस व एनसीसी के कैडेट्स तथा खिलाड़ी उत्साहपूर्वक शामिल हुए। इस कार्यक्रम ने युवाओं में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को प्रबल किया गया।
युवा प्रेरणा शिविर, उद्यमिता और सम्मान
शिविरों के माध्यम से युवाओं में नेतृत्व क्षमता, राष्ट्र सेवा की भावना और टीम वर्क का विकास किया जाता है। शिविरों में अनुशासन, योग, खेलकूद और जीवन जीने की कला की सीख दी जाती है। युवाओं को स्टार्टअप और स्वरोजगार की दिशा में प्रोत्साहित करने के लिए प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता के कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं, इसमें महिला उद्यमियों और ग्रामीण युवाओं को प्राथमिकता दी जाती है। राज्य, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवाओं को ”युवा गौरव” और ”युवा प्रेरणा” सम्मान से नवाजा जाता है, जिससे अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलती है।
डिजिटल युवा सशक्तिकरण एवं नवाचार
आईटी और डिजिटल स्किल्स के प्रशिक्षण के लिए विशेष कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। इससे युवा डिजिटल इंडिया मिशन का हिस्सा बन रहे हैं और रोज़गार की नई संभावनाओं से जुड़ रहे हैं।छत्तीसगढ़ युवा आयोग युवाओं को समाज सेवा से भी जोड़ रहा है। पर्यावरण संरक्षण, रक्तदान, स्वच्छता अभियान, ग्राम विकास, जल संरक्षण जैसे विषयों पर विशेष युवा दल गठित कर कार्य करवाया जा रहा है। इससे युवाओं में समाज के प्रति दायित्व की भावना विकसित हो रही है।
छत्तीसगढ़ अंजोर विज़न/2047
विकसित भारत/2047 और “छत्तीसगढ़ अंजोर विज़न/2047” के लक्ष्य की प्राप्ति में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। 2047 के विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छत्तीसगढ़ के युवा भी अपना योगदान दे सकें इसके लिए छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग प्रतिबद्धता से कार्यरत है।
महिला सम्मान और सशक्तिकरण
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2025 को अंबिकापुर स्थित राजमोहिनी भवन में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान किया गया। यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण में योगदान को पहचान देने और उनके कार्यों को प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण मंच बना।इसके अलावा 27 मई 2025 को रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती के उपलक्ष्य में ‘‘महिला सशक्तिकरण संवाद सम्मेलन’’ का आयोजन किया गया। राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण पर सार्थक चर्चा हुई और विजेताओं को सम्मानित किया गया।
योग और पर्यावरण-स्वास्थ्य का दोहरा लाभ
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर 21 जून 2025 को रायपुर स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम (पिच-02) में ‘‘योग संगम एवं हरित योग’’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें खिलाड़ियों, विद्यार्थियों और अन्य प्रतिभागियों को योगा मेट वितरित किए गए। इस अवसर पर योग भगाए रोग योगाभ्यास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर भी विशेष बल दिया गया।
खेल जागरूकता-दृष्टिबाधित बालिकाओं के लिए विशेष प्रयास
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस, 23 जून 2025 को रायपुर के एनएबी दृष्टिबाधित बालिका पुनर्वास केन्द्र ‘‘प्रेरणा गुरूकुलम् विद्यापीठ’’ में ‘‘खेलों के प्रति जागरूकता अभियान’’ आयोजित किया गया। आयोग के अध्यक्ष ने बालिकाओं को पैरा ओलंपिक में भागीदारी के लिए प्रेरित किया और उन्हें खेल सामग्री भेंट कर प्रोत्साहित किया गया।
श्रमिकों के लिए बनेंगे मोर चिन्हारी भवन
असंगठित श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में एक नई पहल शुरू की गई है। असंगठित श्रमिकों एवं उनके परिवारों के समग्र विकास के लिए अम्ब्रेला योजना ‘अटल श्रम सशक्तिकरण योजना‘ प्रारंभ की गई है। प्रवासी श्रमिक साथियों को सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदाय करने हेतु प्रथम चरण में 5 राज्य क्रमशः उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा, गुजरात एवं महाराष्ट्र में जहां अधिक संख्या में श्रमिक प्रवास करते हैं, वहां ‘मोर चिन्हारी भवन’ बनाया जाएगा। इसके अलावा श्रमिकों को कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने 106 निजी चिकित्सालयों से अनुबंध किया गया है। इससे उन्हें हृदय रोग, किडनी रोग, मस्तिष्क रोग, जटिल सर्जरी आदि के लिए सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में उपचार सुविधा मिलेगी।
श्रम विभाग की अम्ब्रेला योजना अटल श्रम सशक्तिकरण योजना‘ के नाम से शुरू की गई है। इससे श्रमिकों तथा उनके परिवारों को एक ही स्थान पर सरकार के सभी योजनाओं का लाभ मिलेगा, इसके लिए ‘श्रमेव जयते‘ पोर्टल बनाया गया है। पंजीकृत श्रमिकों के द्वारा आर्थिक गतिविधि के लिए बैंक से लिए जाने वाले ऋण पर लगने वाले ब्याज में अनुदान देने के लिए जल्द ही नई योजना शुरू की जा रही है ताकि आत्म निर्भर बनते हुए स्वयं मालिक बनने की दिशा में बढ़ सकें। इसके अलावा असंगठित श्रमिकों के कल्याण हेतु संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन एवं सतत् निगरानी हेतु राज्य के प्रत्येक संभाग में संभाग स्तरीय श्रम कल्याण कार्यालय के स्थापना की जा रही है।
श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों तिल्दा, उरला (रायपुर), लारा, खरसिया (रायगढ़) में नये औषधालय आरंभ करने की कार्यवाही की जा रही है। बीमित हितग्राहियों को टर्शरी चिकित्सा सुविधाएं कैशलेस आधार पर उपलब्ध कराने के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने राज्य के 106 निजी चिकित्सालयों के साथ अनुबंध किया गया है। इन चिकित्सालयों के सुपर स्पेशलिटी चिकित्सकों द्वारा विभिन्न प्रकार के हृदय रोग, किडनी रोग, मस्तिष्क रोग, जटिल सर्जरी आदि से संबंधित उपचार की व्यवस्था है। अस्पताल में भर्ती इंडोर पेशेंट के लिए विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु रायपुर तथा कोरबा में 100 बिस्तर युक्त एक-एक चिकित्सालय का निर्माण कर्मचारी राज्य बीमा निगम के द्वारा किया गया है। इन चिकित्सालयों में बीमित हितग्राहियों के उपचार हेतु ओ.पी.डी. सुविधा आरंभ की जा चुकी है। भिलाई तथा रायगढ़ 100 विस्तर युक्त चिकित्सालयों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त बिलासपुर में 100 बिस्तर चिकित्सालय निर्माण की स्वीकृति कर्मचारी राज्य बीमा निगम द्वारा दी गई है।
श्रमिकों को उनके कार्यस्थल के नजदीक ही सस्ता भोजन उपलब्ध कराने के लिए शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना शुरू की गई है। इन केन्द्रों में श्रमिकों को पांच रूपए में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। पहले चरण में रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, रायगढ़, महासमुंद एवं सूरजपुर में 21 केन्द्र प्रारंभ किए गए हैं। वर्ष 2024-25 में योजना अंतर्गत भोजन के लिए 24 नवीन केन्द्र 9 जिलों में प्रारंभ किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अंतर्गत 60 प्रवर्ग में पंजीकृत 24.31 लाख निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए वर्ष 2024-25 में 505.07 करोड़ रूपए व्यय किया जाना प्रस्तावित है। छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल हेतु 6 करोड़ का प्रावधान-वर्ष 2024-25 में पंजीकृत 2 लाख 12 हजार संगठित श्रमिकों के लिए बजट में राज्य शासन के अनुदान हेतु 6 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
वर्तमान में पंजीकृत संगठित श्रमिक एवं उनके परिवार के सामाजिक सुरक्षा एवं अन्य कल्याण हेतु मंडल द्वारा संचालित 13 योजनाएं जैसे-दुर्घटना, मृत्यु सहायता योजना, शैक्षणिक छात्रवृत्ति, कौशल उन्नयन, निःशुल्क सायकल वितरण योजना, निःशुल्क सिलाई मशीन योजना एवं शहीद वीरनारायण सिंह श्रम अन्न योजना इत्यादि के लिए वर्ष 2024-25 में मंडल की संचित निधि से लगभग राशि 18.30 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है।

