“ ब्लूम एजुकेशनल एक्सपो 2025” रायपुर में संपन्न — शिक्षा जगत के नवाचार और उत्कृष्टता को मिला साझा मंच
रायपुर। CG NEWS: मध्य भारत के सबसे बड़े शिक्षा आयोजन “ब्लूम एजुकेशनल एक्सपो 2025” का भव्य आयोजन और समापन 9 एवं 10 नवम्बर को होटल बैबिलॉन कैपिटल, रायपुर में संपन्न हुआ।


इस दो दिवसीय आयोजन में देशभर के शिक्षाविदों, स्कूल प्रबंधकों, शोधकर्ताओं, शिक्षा उद्यमियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।कार्यक्रम का उद्देश्य — “शिक्षा का अगला कदम क्या है?” इस प्रश्न के उत्तर में शिक्षा के नवाचार, भविष्य की दिशा और नई शिक्षा नीति की संभावनाओं पर गहन विमर्श किया गया।
मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा — “शिक्षा का सार केवल पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन निर्माण है”
कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा, लघु एवं ग्रामोद्योग तथा विधि एवं विधायी कार्य विभाग के मंत्री गजेंद्र यादव के करकमलों से दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मंत्री यादव ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा कि विद्यालय केवल भवन नहीं, बल्कि भविष्य की मिट्टी हैं, जहाँ संस्कार, ज्ञान और कौशल का संगम होता है। शिक्षा का अर्थ केवल रोजगार प्राप्त करना नहीं, बल्कि जीवन में आत्मनिर्भरता और सृजनशीलता लाना है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नवाचार किए जा रहे हैं — जिनमें डिजिटल शिक्षण की पहल, प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण, और शिक्षकों की संख्या एवं गुणवत्ता में सुधार जैसे कदम शामिल हैं।

नई शिक्षा नीति ने बदला दृष्टिकोण — “नौकरी मांगने से लेकर नौकरी देने तक”
मंत्री यादव ने कहा देश में अनेक प्रकार के मेले और एक्सपो लगते हैं, परंतु आप सभी ने शिक्षा के क्षेत्र में ‘एजुकेशन एक्सपो’ जैसा आयोजन किया, यह सराहनीय और दूरदर्शी पहल है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई नई शिक्षा नीति (NEP) का उल्लेख करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति युवाओं को केवल नौकरी पाने नहीं, बल्कि नौकरी देने योग्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। यह नीति कौशल, रचनात्मकता और उद्यमशीलता को बढ़ावा देती है।”
मंत्री जी ने कहा कि आज के समय में व्यवसाय के स्वरूप में बड़ा परिवर्तन आया है।पहले पेंटिंग या कला को शौक माना जाता था, लेकिन आज यही कला लाखों की आय का साधन बन चुकी है। आज पेंटिंग 2 से 5 लाख रुपये तक का मूल्य पा रही है — यह बदलाव शिक्षा नीति के माध्यम से आए दृष्टिकोण परिवर्तन का प्रमाण है।
शिक्षा जगत के नवाचार और उत्कृष्टता को मिला साझा मंच
दो दिवसीय इस एक्सपो में विभिन्न सत्रों के माध्यम से शिक्षा से जुड़े नवीन विषयों पर चर्चा की गई — जैसे डिजिटल लर्निंग, नेक्स्ट-जनरेशन क्लासरूम, स्किल-बेस्ड एजुकेशन, और शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग।
देशभर के प्रतिष्ठित स्कूलों, विश्वविद्यालयों और संस्थानों ने अपने नवाचार एवं उपलब्धियाँ प्रदर्शित कीं।
एक्सपो में शिक्षा उद्यमियों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों की बड़ी भागीदारी
कार्यक्रम में देशभर के 100 से अधिक संस्थानों ने भाग लिया, जिनमें छत्तीसगढ़ के अग्रणी शिक्षण संस्थान भी शामिल थे।
शिक्षा के नए आयामों को समझने और साझा करने के लिए बड़ी संख्या में शिक्षक, विद्यार्थी और शिक्षा उद्यमी उपस्थित रहे।



