बिलासपुर / लोफंदी। NGT के नियमों को ताक पर रखकर ग्राम लोफंदी, लक्ष्मणपुर घाट में अवैध उत्खनन और परिवहन लगातार जारी है, वहीं ग्राम लोफंदी के हाई स्कूल से आदिवासी बस्ती धनवार तक जाने वाला पहुंच मार्ग आजादी के बाद बना था, लेकिन अब रेत माफिया ने इस मार्ग को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। यह सड़क लोफंदी हाई स्कूल के सामने से गुजरती है, जहां छात्र-छात्राएं, टीचर और ग्रामीण रोजाना आना-जाना करते हैं। अवैध परिवहन के कारण इस मार्ग की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अब उस पर पैदल या साइकिल से चलना भी मुश्किल हो गया है। अक्सर स्कूल आने-जाने वाले बच्चे साइकिल से गिरकर घायल हो जाते हैं। बड़े-बड़े ट्रैक्टर और हाइवा के आवाजाही से ग्रामीणों के जान-माल को लगातार खतरा बना हुआ है।
बता दें कि ग्राम लोफंदी में एक टीचर स्मिता, उनके 14 वर्षीय बेटे अरव लाल और सलमान मोहम्मद (22 वर्ष) की भारी वाहन के कुचलने के कारण मौत हो चुकी है। इसी तरह कछार ग्राम में आयुष यादव पिता संदीप यादव और निर्मल खूंटे पिता चेतू खूंटे की भी जान जा चुकी है। इसके साथ ही ग्राम लोफंडी, कछार, अमतरा में अवैध परिवहन के कारण पहले भी कई दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं, जिसमें ग्रामीण, छात्र छात्राएं चपेट में आ चुके है, इन मामलों को अक्सर दबा दिया जाता है।

ग्रामीणों ने मांग की है कि ग्राम लोफंदी में हाई स्कूल से धनुहार बस्ती वाले मार्ग पर अवैध परिवहन पूर्ण रूप से रोका जा सके ताकि स्कूल के बच्चे टीचर और ग्रामीणों की जान माल को बचाया जा सके, और उस रोड को सुधार कर सीसी रोड किया जाए, ताकि छात्र-छात्राएं व टीचर व आदिवासी समाज के लोगों के आने-जाने के लिए एक सुरक्षित सड़क मिले, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्या का सामना छात्र छात्रों और टीचर, और ग्रामीणों को ना करना पड़े।

