भिलाई। पूर्व मुख्यमंत्री के गृहनगर भिलाई चरोदा की महिला पटवारी अर्चना वर्मा जन चर्चा का विषय बन गई है अपने आप को राजस्व मंत्री की भतीजी बताती है और कुछ जमीन दलालों से ये सब कहलाती है, त्रस्त लोगों का कहना है कि दुर्ग कलेक्टर भी समय पर कार्यालय पहुंच जाते है लेकिन पटवारी मैडम का समय प्रतिदिन 1:00 बजे से शुरू होता है , इतना ही नहीं वह सीमित समय के लिए आती है, एक असिस्टेंट रखी है जो ऑफिस में आने वालों को उनकी परेशानी जमीन से संबंधित काम को एसडीएम और तहसीलदार कार्यालय में आवेदन देने की बात करते है, कई लोगों को मैडम से बात करवा देते है।
पीड़ित मोहम्मद शकील खान ने जनता से रिश्ता को बताया कि उनका ऑफिस और घर जो विगत 31 वर्ष पहले का निर्माण हुआ है जिसमें एक नगर निवेश दो विशेषण प्राधिकरण तीसरा विद्युत मंडल चौथ भवन पूर्णता प्रमाण पत्र आदि जो विभिन्न कार्यालय से अनुमति ली गई है, सारे दस्तावेज प्रस्तुत किया गया।
भुंइया एप जो सरकार के द्वारा बनाया गया है उसमें देखने पर कृषि भूमि दिखता है जब वे पटवारी कार्यालय पहुंचा तो वजह त्रुटि बताया गया, पीड़ित का कहना है कि एक तरफ सरकार के द्वारा जनमानस की ऐसी परेशानी से निजात दिलाने की मंशा है लेकिन कुछ अधिकारी और कर्मचारी सरकार को बदनाम करने में लगे है, अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं एक तरफ राजस्व विभाग में अनेकों खामियां थी जिन्हें मुख्यमंत्री एवं वाणिज्य मंत्री के द्वारा सुगम एवं सरल किया गया। लेकिन पटवारी परिवर्तित भूमि अर्थात व्यवसाय या आवासीय को भुइँया ऐप में कृषि भूमि दर्शाकर उगाही का काम कर रहे है, पीड़ित ने कलेक्टर से उगाही पर लगाम लगाने सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

