कोरबा ।: जिला जेल से 2 अगस्त को चार दिवारी से कूदकर फरार हुए चार में से तीन कैदियों को पुलिस ने काफी मशक्कत के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में से दो तो पैदल ही रायगढ़ पहुंच गए थे। जबकि दो बीच से अलग हो गए। कोरबा पुलिस फिलहाल चौथे और अंतिम आरोपी की खोजबीन में जुटी हुई है।
कोरबा जेलब्रेक कांड में यहां के एक अधिकारी विद्यानंद सिंह और तीन प्रहरी को जल विभाग ने प्राथमिक रूप से दोषी बातें हुए निलंबित कर दिया है और बिलासपुर अटैच किया है। 2 अगस्त को जिला जेल में 15 मिनट के लिए बिजली गुल क्या हुई, दुष्कर्म मामले में नामजद 4 कैदी काफी फुर्ती से फरार हो गए।
बिजली आने के बाद इस बारे में जानकारी हुई तो जेल प्रबंधन सकते में आ गया। आरोपियों की धर पकड़ के लिए 50 पुलिसकर्मियों की अलग-अलग टीम बनाई गई। वहीं इस मामले को लेकर ₹10000 का इनाम भी घोषित किया गया। गुप्तचर की सेवाएं भी पुलिस ने प्राप्त की। कोरबा के नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्ट का ने बताया कि राजा कंवर और सरना सिंकू तो जेल से कूदने के बाद पदयात्रा करते हुए रायगढ़ तक पहुंच गए थे।
नगर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोरबा से चारों एक साथ जंगल के रास्ते में चलते रहे लेकिन बीच रास्ते में किसी बात को लेकर उनमें विवाद हो गया और फिर यह दो गुट में बढ़ गए। इन्हीं में से एक सदस्य दशरथ सिद्धार्थ कोरबा आ गया और कामकाज खोजने के चक्कर में कोतवाली क्षेत्र में मिला।
रायगढ़ जिले के कमतर घरघोड़ा क्षेत्र का रहने वाला चौथा आरोपी चंद्रशेखर रतिया अभी भी फरार है। उसकी खोज की जा रही है। पुलिस को भरोसा है कि जल्द ही बाय हमारे कब्जे में होगा और उसे फिर से जेल की बैरक में भेजने की कार्रवाई की जाएगी


