सुकमा। CG NEWS: लगातार ग्रामीणों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं से रूबरू हो रहे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी अब ग्रामीणों के लिए मसीहा बनकर उभर रहे हैं। अपने प्रयासों से हरीश ने न केवल ग्रामीणों के दिलों में जगह बनाई है, बल्कि उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करने का भी संकल्प लिया है।
ग्राम पंचायत गोरली में गर्मजोशी से स्वागत
हरीश कवासी, नियद माटा हरीश त संग कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत गोरली पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया। गोरली गांव के बुजुर्गों ने कहा, “मना हरीश वत्तोर मतलब हमारा हरीश आ गया, हमारी समस्याओं को सुनने और उसे दूर करने।” यह शब्द हरीश के प्रति ग्रामीणों की श्रद्धा और विश्वास को दर्शाते हैं।

ग्रामीणों की समस्याओं पर ध्यान और समाधान
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं विधायक पुत्र हरीश कवासी ने इस मौके पर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और उन्हें यह आश्वासन दिया कि वह उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करेंगे। उन्होंने गोंडी भाषा में भाषण दिया, जो ग्रामीणों के बीच नई ऊर्जा का संचार करने में सफल रहा। उनका भाषण, जो उनकी सहजता और गांव के प्रति उनके प्यार को दर्शाता है, ग्रामीणों के बीच एक नई उम्मीद का कारण बना।
कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख लोग
इस कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मंगम्मा, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती गीता कवासी, जनपद सदस्यगण, सरपंच, वार्ड पंच और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। हरीश कवासी की यह उपस्थिति और उनका सक्रिय रूप से समस्याओं का समाधान करने का प्रयास ग्रामीणों के लिए एक प्रेरणा बन गया है।
“हरीश का संदेश”
हरीश कवासी ने अपने भाषण में कहा, “हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारी एकता और हमारे अधिकारों के प्रति जागरूकता है। मैं हमेशा आपके साथ हूं और आपके अधिकारों के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।” उनके इस संदेश ने ग्रामीणों को एकजुट होने और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की प्रेरणा दी।
जैसे-जैसे हरीश कवासी ग्रामीणों के बीच सक्रिय होते जा रहे हैं, उनकी लोकप्रियता और ग्रामीणों के प्रति उनके समर्पण में इज़ाफा हो रहा है। उनकी पहल से यह साफ हो गया है कि यदि नेता अपने समाज से जुड़कर उनके मुद्दों पर काम करें, तो एक सशक्त और समृद्ध समाज की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकता है।