बिलासपुर। Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जेलों में बंदियों के बीच आपराधिक घटनाओं को रोकने और त्वरित कार्रवाई के लिए क्विक रिएक्शन टीम का गठन किया गया है। जेल मुख्यालय के निर्देश पर बिलासपुर सर्कल समेत राज्य की सभी जेलों में यह पहल की गई है। इस टीम की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए नियमित मॉक ड्रिल और रिहर्सल आयोजित किए जा रहे हैं।
बता दें बंदियों के आपराधिक इतिहास और व्यवहार की प्रोफाइलिंग कर उन पर नजर रखी जा रही है। तनाव कम करने और रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शैक्षणिक, व्यवसायिक कौशल और जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, थेरेपी, परामर्श, और परिवारों के साथ बेहतर संबंध विकसित करने पर भी जोर दिया गया है।
बंदियों की सकारात्मक संलग्नता के लिए योग, ध्यान, मनोरंजन गतिविधियां, और खेल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इससे टीमवर्क और सहयोग को बढ़ावा मिला है। जेलों में निगरानी के लिए सीसीटीवी और अन्य तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। जेल कर्मियों को नियमों का पालन करने और ईमानदारी से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने बताया कि इन प्रयासों का उद्देश्य बंदियों को अपराधमुक्त जीवन के लिए प्रेरित करना और जेलों में शांति बनाए रखना है।