Bilaspur. बिलासपुर। बिलासपुर जिले में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत आबकारी विभाग ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। जिले के कोटा, कोनी और तखतपुर आबकारी वृत्तों में दो दिवसीय छापामार कार्रवाई कर विभाग ने न केवल महुआ शराब और लहान की बड़ी जब्ती की, बल्कि अवैध कारोबार के एक संगठित नेटवर्क को भी ध्वस्त किया है। यह अभियान आबकारी आयुक्त श्यामलाल धावड़े के निर्देश पर, बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल के नेतृत्व में तथा प्रभारी सहायक
आयुक्त
आबकारी नवनीत तिवारी के मार्गदर्शन में 2 और 3 जून 2025 को संचालित किया गया। कार्रवाई के दौरान कुल चार प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(1)(क), 34(2) और 59(क) के तहत अपराध कायम किया गया है। तखतपुर क्षेत्र में सहायक जिला आबकारी अधिकारी कल्पना राठौर के नेतृत्व में सघन छापामारी की गई। विशेषकर ग्राम जलसो और उसके समीपवर्ती इलाकों में चल रहे अवैध शराब निर्माण को निशाना बनाया गया।प्रमुख जब्ती:
इंद्र कुमार वर्मा, निवासी जलसो, से
▫️ 9 लीटर महुआ शराब
▫️ 90 किलोग्राम लहान जब्त
ग्राम खरगहना के जंगल में छुपा रखा गया माल
▫️ 55 लीटर महुआ शराब
▫️ 810 किलोग्राम लहान
▫️ यह अवैध सामग्री जलसो के तालाब किनारे छिपाकर रखी गई थी
इस जब्ती से स्पष्ट होता है कि माफिया अब आबादी से दूर, प्राकृतिक स्थानों जैसे जंगल और जल स्रोतों का उपयोग अपने अवैध धंधों के लिए कर रहे हैं। कोटा और कोनी क्षेत्रों में छापामारी का नेतृत्व आबकारी उप निरीक्षक धर्मेंद्र शुक्ला द्वारा किया गया। यहां भी घरेलू स्तर पर अवैध शराब संग्रहण और वितरण की
गतिविधियां
सक्रिय थीं। सहायक जिला आबकारी अधिकारी कल्पना राठौर ने बताया कि जिले में अप्रैल और मई माह के दौरान चलाए गए सतत अभियानों के तहत बड़ी मात्रा में शराब व लहान जब्त किया गया है। जब्त की गई सामग्री को नष्ट करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। सभी प्रकरणों में आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की संबंधित धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है। वहीं जिन मामलों में सामग्री लावारिस हालत में मिली है, वहां आगे जांच जारी है। प्रशासन ने संकेत दिया है कि अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई जा रही है और भविष्य में ऐसे संगठित नेटवर्क के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जाएगी।
