कोर्ट में लखमा का बयान
कोर्ट में पेश होने के दौरान कवासी लखमा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा, “मेरे पास से एक रुपया भी नहीं मिला है, न ही कोई दस्तावेज बरामद हुआ है। यह पूरी तरह से फर्जी मामला है। अमित शाह, नरेंद्र मोदी और पूरी बीजेपी सरकार मुझे परेशान कर रही है। मैं बस्तर की आवाज उठाता रहूंगा।”
जानकारी के मुताबिक, शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर को ED ने पूर्व मंत्री लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी। छापेमार कार्रवाई में ED ने नगद लेनदेन के सबूत मिलने की जानकारी दी थी। 3 जनवरी को दोनों को पूछताछ के बाद छोड़ा गया था। ED के अधिकारियों ने आज कवासी को पूछताछ के लिए CA के साथ बुलाया था। लेकिन वे अकेले ही ED दफ्तर पहुंचे थे। लखमा ने बताया कि, उनके सीए बाहर हैं, इस वजह से वह नहीं आए हैं। इससे पहले ईडी की टीम ने दो बार उनसे पूछताछ की थी। इसके साथ ही उनसे संपत्ति का ब्यौरा भी मांगा गया था।
सूत्रों के मुताबिक, कवासी लखमा ने कांग्रेस सरकार के समय चलाए गए शराब के सिस्टम को लेकर ED को जानकारी दी है। लखमा पर अफसरों ने एक्शन का दबाव भी बातचीत में बनाया। लखमा इस पूछताछ में कई बार खुद के अनपढ़ होने, दस्तावेज में क्या लिखा था, समझ नहीं आने की बात कर ED के अफसरों को कन्फ्यूज भी करते रहे।
यह बदले की राजनीति है: कांग्रेस
वहीं लखमा के गिरफ्तारी के बाद कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि यह बदले की राजनीति है कोर्ट तय करेगी कि गुनहगार कौन है इसी बीच भाजपा नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि भ्रष्टाचार से डूबी पूर्ववर्ती सरकार के तमाम बड़े नेताओं को आज जेल में जाना पड़ रहा है शराब घोटाले की बात करें या अन्य घोटालों की बात करें आज सभी आरोपी जेल में है। अनवर ढेबर और कवासी लखमा व सिंडिकेट मेंबर जो भी रहे कानून उन तक अपना शिकंजा कस रही है और बड़े लंबे अरसे बाद से अब सच्चाई का खुलासा हो रहा है।