रायपुर। राजधानी में पहले ऑटो चालकों द्वारा मनमानी , लूट, नशे का सामान बेचने और लूटपाट की ख़बरें तो आती ही थी लेकिन अब राजधानी में ई-रिक्शा चालकों द्वारा आतंक की खबरें रोजाना सामने आ रही हैं, जिसमें यात्रियों के साथ लूटपाट, गांजा, अफीम, चरस और अन्य नशे के सामान बेचे जाने की जानकारी है। पुरे शास्त्री चौक में ऑटो बैन करने के बाद अब ये ऑटो वाले कलेक्ट्रेट के सामने जमावड़ा रहता है , इसके साथ ही अभी ईरिक्शा वालों ने कोटा स्टेडियम और कोटा रेलवे क्रासिंग तथा सरस्वती नगर थाने के पीछे अपना अड्डा बनाया हुआ है जहाँ पर से नशे का सामान बेचा जा रहा है.शराब भट्टी बंद होने के बाद इन ईरिक्शा वालो का खेल शुरू होता है जो सुबह 5 बजे तक बेखौफ चलते रहता है। पुलिस को चाहिए कि ऐसे सभी ईरिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन करें उनका आधार कार्ड और अन्य दस्तवेज को जाँच करें। इससे अपराधी किस्म के ईरिक्शा चालक धरे जायेंगे। इन ईरिक्शा चालकों पर अभी से सख्ती करना ही होगा नहीं तो आगे जाकर ये बहुत बही परेशानी का सबब बनेंगे। नशे के हालत में ईरिक्शा का भी परिचालन करने से सडक़ दुर्घटनायें भी ये करते रहते हैं। पिछले कुछ महीनो ने इन ईरिक्शा चालकों द्वारा यात्रियों को लूटने की घटना और लापरवाही से ईरिक्शा चलने के कारण यात्रियों की मौत भी हो चुकी है।
लूटपाट भी करते हैं : ईरिक्शा चालकों द्वारा यात्रियों के सामान मोबाईल और नकदी लूटने की भी खबर यदाकदा मिलते रहती है साथ ही अब नशे के सम्मान बेचने की तो शिकायत है ही अब ये ईरिक्शा चालक लूटपाट में भी शामिल हो गए है जो आम जनता के लिए तो चिंता की बात है ही पुलिस के लिए भी चुनौती बने हुए हैं।
सडक़ दुर्घटना में भी पीछे नहीं : ईरिक्शा चालकों द्वारा बेतरतीब से से वाहन चलाकर दुर्घटना भी कर रहे हैं पिछले कई माह में इसकी तादात भी बढ़ी है। ईरिक्शा चालक रेड सिग्नल को नजऱ अंदाज़ करके चलाते जिससे कई यात्रियों की मौत भी हो चुकी है। इसका जीताजागता उदाहरण सीएम और मंत्री बंगले सहित उच्च अधिकारियों के निवास के नजदीक भगत सिंह चौक के पास एक ई-रिक्शा चालक ने रेड सिग्नल को नजरअंदाज करते हुए गलत दिशा में गाड़ी ले जाकर कार वाले से भिड़ गया, इस दुर्घटना में एक महिला घायल हो गई थी और बाद में उसकी मौत हो गई। ई-रिक्शा खतरनाक स्टंट भी करते हैं जो इंस्टाग्राम, फेसबुक और वाट्सअप में देखा जा सकता है। जिससे आम नागरिको के जानमाल की नुकसान करते हैं। अक्सर ऐसी घटनायें राजधानी में कुछ ज्यादा ही दिखती है जो ई-रिक्शा चालकों द्वारा की जा रही अनैतिक गतिविधियों और लापरवाही को दर्शाती हैं, जिससे यात्रियों और आम जनता की सुरक्षा को खतरा है।

