लोकल सप्लायरों से मिलकर समूचे छत्तीसगढ़ और दूसरे राज्यों में खड़ा किया नेटवर्क
पिछले दिनों गंज थाना रायपुर को मिली जुआ में बड़ी सफलता
पंजाब बना कारिडोर, पाकिस्तान से ड्रग की तस्करी, पुलिस नशे का कारोबार रोकने में नाकाम
आउटर में पुलिसिंग इतनी सुस्त क्यों है?, प्रशासन को अब ठोस कदम उठाने होंगे
रायपुर में ड्रग्स डंप कर दूसरे राज्यों को सप्लाई का चल रहा गोरख धंधा, गैंग पर कार्रवाई नहीं
मामले संज्ञान में होने के बाद भी अब तक ड्रग तस्करों पर मेहरबान क्यों
क्या सेल्फ ड्राइव कंपनियों पर भी निगरानी नहीं होने से तस्करों के हौसले बुलंद
होटलों, क्लबों और फार्महाउस में नाचने लगी बावनपरी/गुल
पिछले दिनों होटल महिंद्रा के पीछे जुआ खेलते पकड़े गए शहर के समाजसेवी, उद्योगपति अमीरों की मंडली हर सप्ताह करोड़ों का दांव लगाकर अपने रइसी की ठाठ दिखाते थे। छुट्टी के अलावा शनिवार और इतवार को तथाकथित समाजसेवियों की सजती है महफिल साथ ही इन रसूखदारों को जुआ, गुल खेलने के लिए होटल, क्लब औऱ फार्महाउस में अघोषित कैसिनों बार की सुविधा भी मिल रही है। ये नेता-मंत्री और अधिकारियों के करीबी होने का दावा भी करते हैं। ऐसे लोग समाज को क्या सीख देंगे। यह भी जानकारी मिल रही है कि जुआ करोड़ों का चल रहा था। जिसे ठिकाने लगाने में जुआरी सफल हुए। पुलिस के हाथ थोड़ी बहुत रकम आई।
रायपुर (जसेरि)। पंजाब की नजारा अब छत्तीसगढ में दिखाई देने लगा है। ड्रग तस्कर राजधानी में ड्रग डंप कर यहां से दूसरे राज्यों में ड्रग की सप्लाई कर रहे है. पजाब में मिलने वाले सभी तरह के ड्रग छत्तीसगढ़ में उपलब्ध है। ये गिरोह शहर के नवधनाढ्य परिवार के बच्चों को स्कूल से ही शिकार बनाने की तैयारी कर लेते है। फिर कालेज अते जाते तक उस पर पूरी तरह ड्रग एडिक्ट बनाकर उसे कमाई का जरिया बनाकर करोड़ों की कमाई करने लगते है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ड्रग्स तस्करी और नशे का जाल अब शहर की सडक़ो से लेकर फार्म हाउस और होटलों तक जा पहुंचा है। बीते दिनों एक फार्म हाउस का वीडियो वायरल होने के बाद नशे के इस गंदे कारोबार की जड़ें और गहरी होती दिख रही हैं। वायरल वीडियो में एक युवक जिसकी पहचान चन्दन सोनकर के रूप में हुई है। ड्रग्स की सप्लाई करते और नशा करते देखा गया है। बताया जा रहा है कि वह कई गैंग से जुड़ा हुआ है और रायपुर में ड्रग्स सप्लाई का प्रमुख कड़ी है।
होटल में युवती का ड्रग्स वीडियो और अब तीन युवकों का नया फुटेज : हाल ही में एक होटल में युवती का ड्रग्स सेवन करते हुए वीडियो वायरल हुआ था। अब उसी कड़ी में तीन युवकों का नया वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे खुलेआम ड्रग्स पार्टी कर रहे हैं। टेबल पर सफेद पाउडर, प्लास्टिक कार्ड और रोल पेपर के जरिये वे नशा कर रहे हैं। इससे साफ है कि ड्रग्स पार्टी सिर्फ फार्म हाउस या क्लबों तक सीमित नहीं, बल्कि अब निजी होटलों में भी इसका नेटवर्क सक्रिय है।
सेल्फ ड्राइव गाडिय़ां बनी तस्करी का माध्यम : चौंकाने वाली बात यह है कि रायपुर में ड्रग्स की तस्करी सेल्फ ड्राइव गाडिय़ों के जरिये की जा रही है। चन्दन सोनकर नाम का तस्कर इस नेटवर्क का अहम हिस्सा बताया जा रहा है, जो अलग-अलग गैंग्स के संपर्क में है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ड्रग्स सप्लाई के लिए राजधानी की सडक़ों पर चलती कारों और गांव के युवकों का इस्तेमाल हो रहा है।
फिलहाल रायपुर में तीन बड़े गैंग सक्रिय हैं जो ड्रग्स सप्लाई कर रहे हैं : इनमें से हर गैंग ने अपने-अपने इलाके में लडक़ों को जोडकऱ सप्लाई चेन बनाई है। ग्राहक की डिमांड के अनुसार ड्रग्स की डिलीवरी दी जाती है। गैंग अपने सदस्यों को ट्रेनिंग तक देते हैं कि कैसे पुलिस से बचना है और डिलीवरी कैसे करनी है।
गांव के युवाओं का इस्तेमाल, आउटर की सडक़ों से सप्लाई : ड्रग्स की तस्करी के लिए अब गांव के भोले-भाले युवकों को फंसाया जा रहा है। खिलोरा, अभनपुर, खुड़मुड़ा, दतरेंगा, काठाडीह, सेजबहार जैसे गांवों से जुड़े लडक़ों को इस गंदे धंधे में शामिल किया गया है। रायपुर की आउटर सडक़ों – जहां पुलिस की गश्त अपेक्षाकृत कम होती है – उन रास्तों से ड्रग्स लाया और ले जाया जा रहा है।
थाना क्षेत्रों पर मंडरा रहा सवाल : रायपुर के राजेन्द्र नगर, समता कॉलोनी, शिवनगर, भाठागांव, डीडी नगर, नेहरू नगर, कालीबाड़ी, देवेंद्र नगर और तेलीबांधा थाना क्षेत्रों में यह कारोबार पनप रहा है। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मी इन गैंग्स से सांठगांठ कर मामलों को दबाते हैं।
जेल से लेकर सडक़ तक फैला है नेटवर्क : इन गैंग्स के कई सदस्य पहले भी जेल जा चुके हैं लेकिन जमानत पर बाहर आते ही फिर उसी धंधे में लग जाते हैं। शहर में ड्रग्स के कई केस सामने आने के बावजूद इनका नेटवर्क और मजबूत होता जा रहा है, जिससे युवाओं को भारी नुकसान हो रहा है।
युवाओं को बर्बादी की राह पर ले जा रहा यह ड्रग्स नेटवर्क अगर समय रहते नहीं रोका गया तो रायपुर जल्द ही नशे का बड़ा केंद्र बन सकता है। वायरल वीडियो और जमीनी हकीकत को देखते हुए प्रशासन और पुलिस को मिलकर इस जड़ से खत्म करने की जरूरत है।
रायपुर पुलिस ने 550 से ज्यादा ड्रग तस्करों पर कसा शिकंजा : गौरतलब है कि राजधानी पुलिस ने इस साल नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 550 से ज्यादा ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी गांजा, एमडीएमए, एलएसडी, ओजी (विदेशी गांजा), हेरोइन, नशीली गोलियां, अफीम और कफ सिरप जैसे प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी और बिक्री में शामिल पाए गए।
पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारियां मिली हैं। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वे गांजा मुख्य रूप से ओडिशा से, जबकि एमडीएमए, एलएसडी और हेरोइन जैसी ड्रग्स महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से लाकर रायपुर सहित कई जिलों में सप्लाई करते थे। इनमें से कुछ आरोपी छत्तीसगढ़ के बाहर भी ड्रग्स की तस्करी में लिप्त हैं। जांच में सामने आया है कि रायपुर के होटलों, पब्स और फार्म हाउस में आयोजित निजी पार्टियों में ड्रग्स की बिक्री कोडवर्ड्स के ज़रिए की जाती है। यह तरीका पुलिस की पिछली जांचों में भी उजागर हो चुका है। महज दो दिन पहले ही रायपुर पुलिस ने एक ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान इन आरोपियों ने पाकिस्तान से आई हेरोइन बेचने की बात स्वीकार की है।
फार्म हाउस में ड्रग्स पार्टी वायरल वीडियो से खुली पोल : रायपुर के भाठागांव इलाके के एक निजी फार्म हाउस का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक युवक टेबल पर सफेद पाउडर (संभावित हेरोइन या एमडीएमए) प्लेट पर लाइन में लगाते और रोल पेपर के जरिए नाक से खींचते नजर आ रहा है। उसके पास शराब की बोतल, मोबाइल और अन्य उपकरण भी रखे हैं। इसके अलावा, एक अन्य वीडियो में एक युवक कार के अंदर बैठकर मोबाइल स्क्रीन पर ही ड्रग्स की लाइन बनाकर नशा करता दिखता है। इस क्लिप ने पुलिस और प्रशासन की नींद उड़ा दी है।
वायरल वीडियो की जांच में जुटी पुलिस, युवकों के पहचान का दावा : राजधानी में एक बार फिर युवाओं द्वारा ड्रग्स सेवन का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर दो वीडियो तेजी से वायरल हो रहे है, जिसमें कुछ युवक एटीएम कार्ड और प्लेट की मदद से संदिग्ध सफेद पाउडर (संभावित एमडीएमए या कोकीन) की लाइनें तैयार करते और उसका सेवन करते नजर आ रहे हैं। घटना का वीडियो वायरला होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक वीडियो पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के भाटागांव के किसी फॉर्म हाउस का बताया जा रहा है। वहीं दूसरी वीडियो में एक युवक कार के अंदर बैठे-बैठे अपने मोबाइल पर सफेद पाउडर की लेने बनाकर एक पेपर के सहारे उसका सेवन करता दिख रहा है।
मामले की जांच में पुलिस ने दो युवकों की पहचान की पुष्टि भी कर दी है, जो वीडियो में ड्रग्स लेते नजर आ रहे हैं। बताया यह भी जा रहा है कि वीडियो करीब 5 दिन पुराना है और इसे एक फार्म हाउस में शूट किया गया था। इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस अब अन्य लोगों की पहचान और लोकेशन की भी छानबीन कर रही है।गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही रायपुर की एक युवती का ड्रग्स लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था, जिसने प्रशासन और पुलिस को चौकन्ना कर दिया था। अब दोबारा ऐसा मामला सामने आने से राजधानी में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को लेकर चिंता बढ़ गई है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
राजधानी बना चुका है पाकिस्तानी ड्रग सप्लायरों का सुरक्षित ठिकाना
पुलिस की ड्रग तस्करों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई से ड्रग सप्लायरों में हडक़ंप मचा हुआ है। पकड़े गए पाकिस्तानी ड्रग सप्लायरों के सिंडिकेट की जांच में अब 3 और एजेंसियां शामिल हो गई है। इंटेलिजेंस ब्यूरो , नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरौ और छत्तीसगढ़ एटीएस ने रायपुर पुलिस से पूरे केस की डिटेल मांगी है। छह दिन पहले इंटरनेशनल तस्कर लवजीत सिंह बंटी गुरदापुर पंजाब के साथ कमल बिहार में गिरफ्तार किए गए सप्लाई सिंडिकेट चीफ सुवित श्रीवास्तव एवं करीबी अस्वन चंद्रवंशी समेत पांच आरोपियों को पूछताछ के लिए जेल से बाहर निकाला गया है।
दो महीने से थी पुलिस की नजर
पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो महीने पहले सप्लाई सिंडिकेट पुलिस की नजर में आया, तकनीकी जांच के दौरान बड़ी खेप की सप्लाई की सूचना मिली इसके बाद पुलिस अलर्ट मोड में थी, पंजाब का िंटरनेशनल तस्कर लवजीत सिंह 450 ग्राम हेरोइन लेकर रायपुर पहुंचा और पुलिस ने इनके अड्डे पर छापा मारा । बताया जा रहा है कि इन तस्करों का लिंक पाकिस्तान, कुवैत, दुबई, समेत कई देशों में है।

