रायपुर (जसेरि)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की तैयारी तेज हो गई है। इस बीच खबर है कि छत्तीसगढ़ से किसी भी नाम पर विचार मंथन नहीं किया जा रहा है, जबकि पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने छत्तीसगढ़ वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व राज्यपाल रमेश बेस को उपराष्ट्रपति बनाने की मांग की है। स्थानीय भाजपा भी इस बारे में कोई अनुशंसा जैसी कोई पत्र व्यवहार नहीं किया है। भाजपा बिहार उपचुनाव को लेकर किसी पिछड़ा वर्ग के नेता को मौका दे सकती है। छत्तीसगढ़ से रमेश बैस का नाम कांग्रेस ने बढ़ाया है इसका मतलब साफ है कि वह रमेश बैस के नाम का विरोध नहीं करेगी। दूसरी ओर यह भी बताया जा रहा है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए छत्तीसगढ़ के बारे में भाजपा आला कमान कोई विचार नहीं कर रहा है लेकिन इस पद को पिछड़ा वर्ग से भरे जाने की बात चल रही है इस फार्मूले में रमेश बैस फिट बैठ रहे हैं साथ ही रमेश बैस अतिमहत्वाकांक्षी नेता नहीं है, जिस पर मोदी शाह और नड्डा भी सहमत हो सकते है। रमेश बैस के साथ डा. रमनसिंह भी मोदी, शाह और नड्डा गुड बुक में है। एैसे में छत्तीसगढ़ के दोनों हाथों में लड्डू देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के गलियारों में यह भी चर्चा है कि कांग्रेस के बड़े नेता भी उनके नाम पर विरोध नहीं करने की मंशा एक दूसरे के साथ प्रकट कर रहे हैं जिसकी जानकारी आकालकमान तक भी पहुंचा दी गई है। आलाकमान भी रमेश बैस के विरोध में प्रत्याशी नहीं खड़ा करने के पक्ष में है। दिल्ली के गलियारे में इस प्रकार की चर्चा चल रही है।
दीपक बैज ने अपने पत्र में लिखा कि आम चुनाव वर्ष 2000 से अब तक छत्तीसगढ़ ने 11 लोकसभा क्षेत्र में से औसतन 10 सीटें जिताकर भाजपा को संसद सदस्य के रूप में देने का काम किया है। वर्ष 2014 में केंद्र में आपकी सरकार जब बनी उस वक्त छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा में से भाजपा ने 10 सीटें जीती। इसी प्रकार 2019 में 9 सीटें तथा वर्ष 2024 के आम चुनाव में 10 सीटें भाजपा को जीताकर सांसद के रूप में प्रदेश की जनता ने भेजा है। किन्तु हम सभी के लिए पीड़ा का विषय है कि तीनों कार्यकाल में छत्तीसगढ़ को केवल राज्यमंत्री का प्रतिनिधत्व मिला। उन्होंने लिखा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ भाजपा में कई ऐसे नेता मौजूद हैं जो देश के उप राष्ट्रपति के पद को सुशोभित करने में सक्षम हैं। जिसमें पूर्व राज्यपाल रमेश बैस जैसे महत्वपूर्ण नेता शामिल है जो कि 7 बार के सांसद एवं झारखंड, त्रिपुरा, महाराष्ट्र जैसे राज्यों के राज्यपाल के रूप में सेवा दे चुके हैं।
बैज ने आगे लिखा है कि वर्तमान छत्तीसगढ़ में भाजपा के 10 सांसदों को कोई महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। वहीं वरीयता के आधार पर मैं समस्त छत्तीसगढ़वासियों की ओर से उप राष्ट्रपति के पद हेतु छत्तीसगढ़ को प्राथमिकता देते हुए छत्तीसगढ़ के किसी नेता को अवसर देने का निवेदन करता हूं।
उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने 21 जुलाई को संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उनके इस्तीफे ने देश की राजनीलेकर उपराष्ट्रपति बनाने की मांग, पीसीसी चीफ का पीएम को चिट्ठी पर रमन सिंह बोले – पहले अपनी पार्टी को संभालें बैज, ओबीसी नेताओं के साथ राहुल गांधी की बैठक पर कसा तंज।
रमेश बैस को लेकर बैज की चिट्ठी पर रमन सिंह बोले – पहले अपनी पार्टी को संभालें बैज
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता रमेश बैस को उपराष्ट्रपति बनाने की मांग को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा, दीपक बैज पहले अपनी पार्टी को संभाल लें। खुद की पार्टी का कोई ठिकाना नहीं है। अपनी पार्टी को संभाल नहीं पा रहे हैं। दीपक बैज पहले अपनी और अपने पार्टी की चिंता करें। जिनका शुभचिंतक दीपक हो उसका बंटाधार तय है। छत्तीसगढ़ के ओबीसी नेताओं के साथ राहुल गांधी की बैठक पर विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी अभी भी चीर युवा बने हुए हैं। 25 वर्ष राजनीति करते हो गए आज तक उन्हें इस देश की राजनीति की समझ नहीं है। महलों में रहने वाले गरीबों की स्थिति को क्या जानेंगे। उनको जो सीखा देते हैं वह वहीं करते हैं। ओबीसी समाज से पूर्व सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस द्वारा मौका दिए जाने पर विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा, भूपेश को मौका दिया गया तो देखो इस प्रदेश की क्या हालत कर दी। कितने जेल में, कितने बेल में हैं, हिसाब लगाओ कितना भ्रष्टाचार हुआ। छत्तीसगढ़ का पीएससी सिस्टम करप्ट कर दिया। राज्य में हर जगह भ्रष्टाचार का मामला सामने आया।

