छत्तीसगढ़ में 11 फरवरी को स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं. इसी संबंध में भाजपा ने आज रविवार को एक पत्रकार वार्ता सुबह 11:15 बजे बुलाई थी. जिसमे पार्टी के तमाम बड़े नेता शामिल होने वाले थे. लेकिन 12:15 बजे तक पत्रकार वार्ता प्रारंभ नहीं हो पाई थी. इसके बावजूद वहां पर पत्रकारों की सुध लेने वाला कोई मौजूद नहीं था.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसकी सूचना जारी करने वाले भाजपा के सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी पत्रकार वार्ता हॉल में मौजूद नहीं थे. ना पत्रकारों के फ़ोन उठा रहे थे. मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने फ़ोन पर बात की. और जानकारी न होने की बात की कहा कि अनुराग से बात करें. जब उन्हें अनुराग द्वारा फ़ोन नहीं उठाने की बात कही तो उन्होंने जानकारी लेकर बताया की अभी और 10-15 मिनट लगेगा. कुछ नेता रास्ते में हैं.
मीडिया पोर्टल ने बताया गया है कि समाचार लिखे जाने तक भाजपा के जिला कार्यालय एकात्म परिसर में होने वाली यह पत्रकार वार्ता प्रारंभ नहीं हुई थी. इसमें मंत्री रामविचार नेताम, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्र, मोतीलाल साहू, सुनील सोनी, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव शामिल होने वाले थे.
आगे कहा गया है
सवाल ये हैं कि डबल इंजन की सरकार बनने के बाद भाजपा के नेताओं का ये हाल हैं. जब वे पत्रकार वार्ता बुलाकर समय पर नहीं पहुँचते ! तो आम जनता के साथ क्या व्यवहार करते होंगे. और अभी तो जनता ने ट्रिपल इंजन का बटन नहीं दबाया हैं. यदि वो भी इनके पक्ष में हो गया तो सोचें की क्या होगा ? फैसला आपको करना हैं ?