Bilaspur. बिलासपुर। थाना सरकंडा पुलिस ने जालसाजी कर पैतृक भूमि की अवैध रजिस्ट्री कराने के संगीन मामले का खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रकरण में दो आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है, वहीं तीन आरोपियों का पुलिस रिमाण्ड लिया गया है। प्रार्थी प्रकाश दुबे, निवासी जूना बिलासपुर ने सरकंडा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पैतृक भूमि ग्राम खमतराई, पटवारी हल्का नंबर 25 में खसरा क्रमांक 672, रकबा 56 डिसमिल पर स्थित है। पिता के निधन के बाद फौती नामांतरण के आधार पर यह ज़मीन प्रार्थी और उसकी मां के नाम पर दर्ज है। दिनांक 30 मार्च 2025 को प्रार्थी को जानकारी मिली कि उक्त भूमि की बिक्री कर दी गई है।
भूइंया ऐप के माध्यम से जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि अनुज मिश्रा नामक व्यक्ति के नाम पर ज़मीन की रजिस्ट्री कर दी गई है। इस रजिस्ट्री में प्रार्थी के दिवंगत पिता भैयालाल दुबे के स्थान पर भैयालाल सूर्यवंशी नामक फर्जी व्यक्ति को खड़ा कर कूटरचित दस्तावेज़ तैयार कर बिक्री की गई है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देश पर अति. पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र जायसवाल एवं सीएसपी सरकंडा सिद्धार्थ बघेल के मार्गदर्शन में निरीक्षक निलेश पाण्डेय के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। जांच में सामने आया कि अनुज मिश्रा, राहुल पटवा एवं अन्य आरोपियों ने मिलकर सुनियोजित तरीके से फर्जी व्यक्ति को खड़ा कर रजिस्ट्री कार्यालय में अनुचित रूप से रजिस्ट्री करवाई। इसके लिए आरोपी राहुल पटवा ने अपने रिश्तेदार गोविंदराम पटवा की मदद से बुजुर्ग व्यक्ति मंगलदास (75 वर्ष) को बतौर भैयालाल प्रस्तुत करवा कर अनुज मिश्रा के नाम पर रजिस्ट्री करवाई।
गिरफ्तार आरोपी
मंगलदास पिता डहकुदास (75 वर्ष), निवासी माहुली, थाना त्रिकुण्डा, जिला बलरामपुर
राम गोविंद पटवा पिता वासुदेव पटवा (39 वर्ष), निवासी माहुली, बलरामपुर
अनुज कुमार मिश्रा पिता स्व. अशोक मिश्रा (35 वर्ष), निवासी राजकिशोर नगर, सरकंडा
प्रियांशु मिश्रा पिता विरेन्द्र मिश्रा (30 वर्ष), निवासी चोरभट्ठी खुर्द, थाना सकरी
राहुल पटवा पिता रामलाल पटवा (31 वर्ष), निवासी उसलापुर अटल आवास, बिलासपुर
इनमें से मंगलदास एवं राम गोविंद पटवा को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है जबकि अनुज मिश्रा, प्रियांशु मिश्रा और राहुल पटवा को पुलिस रिमाण्ड में लेकर पूछताछ की जा रही है। बिलासपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की धोखाधड़ी, जालसाजी और फर्जीवाड़े में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। आगे भी ऐसी गतिविधियों पर सख्त कार्यवाही जारी रहेगी।

