जांजगीर-चांपा। अकलतरा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक दिल दहला देने वाली घटना में प्रेम संबंध के चलते एक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज हत्याकांड में शामिल महिला और उसका प्रेमी—दोनों को अकलतरा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। घटना की जानकारी देते हुए अकलतरा थाना प्रभारी निरीक्षक भास्कर शर्मा ने बताया कि प्रार्थी प्रकाश कुमार केंवट निवासी कोटमीसोनार ने 27 जुलाई 2025 को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका भाई अमरनाथ केंवट गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला, जिसे तत्काल उपचार के लिए अकलतरा अस्पताल लाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रकाश केंवट के अनुसार, अमरनाथ की पत्नी ईश्वरी बाई केंवट कुछ माह पूर्व ग्राम रौना कांपा निवासी युवराज निषाद के साथ प्रेम संबंध में पड़कर घर छोड़कर चली गई थी। दोनों पुणे चले गए थे और फिर कुछ समय पहले बिलासपुर में साथ रह रहे थे। हाल ही में अमरनाथ द्वारा समझा-बुझाकर ईश्वरी को वापस घर लाया गया था। घटना वाले दिन 27 जुलाई को दोपहर लगभग 3.15 बजे अमरनाथ के बेटे लक्ष्य कुमार ने अपने चाचा को बताया कि उसकी मां का प्रेमी युवराज निषाद घर में घुस आया है और उसने कुदाली से अमरनाथ के सिर, चेहरे और अन्य हिस्सों पर वार कर दिया। जब प्रकाश मौके पर पहुंचा तो उसका भाई खून से लथपथ पड़ा था। तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया, परंतु उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
थाना अकलतरा में धारा 103(1), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध क्रमांक 347/2025 पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय (आईपीएस) एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए अकलतरा पुलिस ने आरोपी युवराज निषाद (35 वर्ष) निवासी रौना कांपा, थाना चरहागांव, जिला मुंगेली तथा ईश्वरी बाई केंवट (32 वर्ष) निवासी कोटमीसोनार को हिरासत में लिया।
पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि दोनों पिछले आठ-नौ महीनों से प्रेम संबंध में थे और साथ में रह रहे थे। ईश्वरी के वापस लौटने से युवराज नाराज था। इसी नाराजगी में युवराज 27 जुलाई को स्कूटी से कोटमीसोनार पहुंचा और घर के पीछे से घुसकर बाड़ी में रखी कुदाली से अमरनाथ पर ताबड़तोड़ वार किया। वारदात में ईश्वरी ने भी उसका साथ दिया। हत्या के बाद दोनों फरार हो गए थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि घटना में प्रयुक्त कुदाली को लीलागर नदी किनारे फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपियों के मेमोरेंडम कथन के आधार पर हत्या में प्रयुक्त कुदाली और वाहन (स्कूटी) को बरामद कर लिया है।
पूरे घटनाक्रम में अकलतरा पुलिस के साथ साइबर सेल की टीम ने भी अहम भूमिका निभाई। कार्रवाई में निरीक्षक भास्कर शर्मा (थाना प्रभारी), निरीक्षक सागर पाठक (साइबर सेल), एएसआई विवेक सिंह, आरक्षक गिरीश कश्यप, प्रदीप कुमार दुबे, शाहबाज खान एवं एएसआई दाउराम बरेठ की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस ने दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
गिरफ्तार आरोपीगण:
युवराज निषाद, उम्र 35 वर्ष, निवासी – रौना कांपा, थाना – चरहागांव, जिला – मुंगेली
ईश्वरी बाई केंवट, उम्र 32 वर्ष, निवासी – कोटमीसोनार, थाना – अकलतरा, जिला – जांजगीर-चांपा
यह मामला न केवल घरेलू रिश्तों में टूटन और अवैध संबंधों की त्रासदी को उजागर करता है, बल्कि एक मासूम बच्चे के सामने पिता की हत्या जैसी वीभत्स घटना की बर्बरता को भी दर्शाता है। पुलिस अब इस मामले में चालान की तैयारी कर रही है और पूरे केस को मजबूत बनाने के लिए साक्ष्य संकलन का कार्य कर रही है।

