Korba. कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में अपराधियों ने दिनदहाड़े एक शराब सप्लाई करने वाले वाहन को लूट लिया। इस सनसनीखेज घटना में असामाजिक तत्वों ने न केवल वाहन को रोककर चालक से मारपीट की, बल्कि उसे घायल कर वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। यह पूरी वारदात जिले के उरगा थाना क्षेत्र के तिलकेजा गांव के पास हुई, जिसने आम लोगों और प्रशासन दोनों को सकते में डाल दिया है।
वाहन को बीच रास्ते में रोककर की मारपीट
प्राप्त जानकारी के अनुसार, माजदा वाहन क्रमांक CG 16 A 2400 को छत्तीसगढ़ शासन के आबकारी विभाग द्वारा अधिकृत किया गया है। यह वाहन शराब दुकानों में स्टॉक पहुंचाने के लिए लगाया गया है। मंगलवार को यह वाहन जिले के भीतर सप्लाई पूरा कर वापस जांजगीर-चांपा स्थित वेयरहाउस लौट रहा था। इसी दौरान जब वाहन तिलकेजा गांव के पास पहुंचा, तो बाइक सवार तीन अज्ञात युवकों ने उसे बीच रास्ते में रोक लिया। वाहन रुकते ही आरोपी युवकों ने चालक से शराब की मांग की। जब चालक ने मना किया कि वह डिलीवरी देकर लौट रहा है और वाहन खाली है, तो आरोपियों ने बहस शुरू कर दी। देखते ही देखते मामला हिंसक हो गया और तीनों युवकों ने चालक पर हमला कर दिया। उन्होंने चालक को बुरी तरह पीटा और वाहन में तोड़फोड़ कर दी।
घायल चालक ने दी सूचना
घायल चालक संतोष दास ने किसी तरह खुद को हमलावरों से बचाकर वहां से निकलकर नजदीकी ग्रामीणों की मदद से मामले की जानकारी अपने वाहन मालिक और संबंधित एजेंसी को दी। स्थानीय लोगों की मदद से उसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। घटना की सूचना मिलते ही उरगा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी राजेश तिवारी ने बताया कि चालक संतोष दास की शिकायत पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों से पूछताछ भी की जा रही है।
आबकारी विभाग ने दी प्रतिक्रिया
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सहायक जिला आबकारी अधिकारी रमेश अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि, “1 अप्रैल से छत्तीसगढ़ में शराब दुकानों में परिवहन का कार्य एक निजी कंपनी को सौंपा गया है। इसी व्यवस्था के तहत जांजगीर-चांपा जिले से कोरबा के विभिन्न शराब दुकानों में सप्लाई की जा रही थी। घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने आबकारी विभाग की सप्लाई व्यवस्था और वाहन चालकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। खुलेआम दिनदहाड़े शराब सप्लाई वाहन पर हमला न केवल कानून व्यवस्था की कमजोरी को दर्शाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सप्लाई चैन में लगे कर्मियों की सुरक्षा पर अभी तक पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया है। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान के लिए प्रयास जारी हैं। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। साथ ही क्षेत्र में गश्त और निगरानी भी बढ़ा दी गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल दें ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।