राठी सिक्योरिटीज नामक कंपनी का विज्ञापन देखा, जिसमें निवेश पर दोगुना-तिगुना मुनाफे का लालच दिया गया था। वेबसाइट पर क्लिक करते ही उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां अलग-अलग नंबरों से कंपनी के प्रतिनिधियों ने निवेश के लिए प्रेरित किया। हेमंत जैन ने बताया कि 12 मार्च से 30 अप्रैल 2025 के बीच उन्होंने अलग-अलग किश्तों में कुल 2.66 करोड़ रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किए।
कारोबारी
को शक हुआ। इसके बाद उसे 12.5 लाख रुपये और निवेश करने पर पांच करोड़ रुपये मिलने का नया झांसा भी दिया गया। शक होने पर कारोबारी हेमंत जैन हैदराबाद स्थित कथित कंपनी के दफ्तर पहुंचे, जहां उन्हें पता चला कि कई लोग इस तरह की ठगी का शिकार हो चुके हैं। ठगी का अहसास होते ही उन्होंने गुढ़ियारी थाने और साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। गुढ़ियारी थाना प्रभारी के.के. कुशवाहा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर साइबर ठगी का मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच में सामने आए खातों में से करीब 12 लाख रुपये होल्ड कराए गए हैं। फिलहाल साइबर पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश जारी है।