पबजी गेम की लत के कारण आए दिन हादसों की ख़बरें सामने आ रही हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश के भोपाल का है। यहां एक युवक पबजी गेम खेलने में इतना डूब गया कि उसने पानी की जगह एसिड ही उठा के पी लिया। मौका रहते उसे परिवार वाले अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसकी जान बचाई गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, युवक मूलत: छिंदवाडा से है और अभी वह भोपाल में रहता है। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर है। युवक का इलाज करने वाले डॉक्टर मनन गोगिया ने बताया कि 25 वर्षीय युवक घर के आंगन में पबजी गेम खेल रहा था। वह गेम में इस कदर मशगूल हो गया कि उसने पानी की जगह एसिड पी लिया।
पेट में हो गया अल्सर
इससे उसकी आंतें जल गई। उसे तत्काल अस्पताल भर्ती करवाया गया है। डॉक्टर गोगिया ने बताया कि एसिड पीने की वजह से उसके पेट में अल्सर हो गया है और आंतें चिपक गई है। बताया जा रहा है कि पीडि़त युवक को नागपुर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
इलाज के वक्त भी खेलता रहा पबजी
डॉक्टर मनन गोगिया ने बताया कि हैरान करने वाली बात तो यह कि इस हादसे के बाद भी युवक ने सबक नहीं सीखा। वह इलाज के दौरान भी पबजी खेलता रहा। उसे गेम खेलने की बुरी लत लगी है। समझाइश देने के बावजूद वह नहीं माना।
मध्य प्रदेश विधानसभा में उठी पबजी बैन करने की मांग…
तमिलनाडु के बाद पबजी गेम को मध्य प्रदेश में बैन करने की मांग उठी है। मंदसौर से बीजेपी विधायक यशपाल सिसोदिया ने मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन सदन में पबजी गेम को बैन करने की मांग उठाई थी। उनका कहना है कि पबजी को बैन किया जाए। क्योंकि पढ़ाई प्रभावित हो रही है, उनकी परीक्षाएं सिर पर हैं।
बच्चे हो रहे हिंसक
सिसोदिया का कहना यह भी था कि पबजी गेम से बच्चे हिंसक हो रहे हैं। उनके पास लगातार अभिभावकों की ऐसी शिकायतें भी आ रही हैं। बच्चों के हिंसक होने के पीछे की सबसे बड़ी वजह इस गेम में हथियारों का होना है। जिसके इस्तेमाल से इसे खेलने वाले बच्चे हिंसक हो रहे हैं।