भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के पहला मुकाबले का आज तीसरा है। तीसरे दिन भारत की पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई है। भारत को पहली पारी में 53 रन की बढ़त थी और उसने शुक्रवार को छह ओवर में एक विकेट पर 9 रन से आगे खेलना शुरु किया था। और उसकी पारी ताश के पत्तों की तरह ढह गई।
भारत ने 21.2 ओवर में अपने 9 विकेट 36 रन पर गंवा दिए जबकि मोहम्मद शमी को चोट लगने के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा और भारत की पारी शर्मनाक रुप से 36 रन पर सिमट गई। भारत ने इस तरह 46 साल पुराना अपना न्यूनतम स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ डाला।
भारत ने अब ऑस्ट्रेलिया को पहला टेस्ट जीतने के लिए कुल 90 रन का लक्ष्य दिया है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारतीय पारी का इस कदर पतन हो जाएगा। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने गुलाबी गेंद से कहर बरपाते हुए भारतीय क्रिकेट इतिहास को ही तहस-नहस कर डाला।
शुक्रवार को सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ 4 रन बनाकर आउट हुए थे जबकि तीसरे दिन बुमराह मात्र 2 रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार बने। बुमराह का विकेट 15 रन के स्कोर पर गिरा। इसके बाद भारत के 7 विकेट महज 16 रन पर ही गिर गए। भारत की ओर से पुजारा भी कुछ कमाल नहीं दिखा सके और 8 गेंदें खेल बिना खाता खोले कमिंस की गेंद पर टिम पेन को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को जोश हेजलवुड ने पेन के हाथों कैच कराकर आउट किया। मयंक ने 40 गेंदों में एक चौके की मदद से 9 रन बनाए।
वहीं उपकप्तान अजिंक्या रहाणे भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके और हेजलवुड की गेंद पर विकेट के पीछे पेन ने उनका कैच लपका। रहाणे खाता खोले बिना आउट हुए। कप्तान विराट कोहली ने भी अपनी बल्लेबाजी से निराश किया और वह पैट कमिंस की गेंद पर कैमरुन ग्रीन को कैच पकड़ाकर चलते बने। विराट ने आठ गेंदों में एक चौके के सहारे चार रन बनाए।
भारत ने 20 जून 1974 को लॉर्डस मैदान में इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन का स्कोर बनाया था। उसके बाद जाकर भारत ने अब अपने सबसे न्यूनतम स्कोर का रिकॉर्ड बना दिया है।