राजकपूर का 94वें जन्मदिन आज, उनके नाम से है यहां सड़क, जानिए उनसे जुड़ी कुछ खाश बातें
आवारा, श्री 420, मेरा नाम जोकर जैसी फिल्में बनाने वाले राज कपूर का आज जन्मदिन है। वह सिर्फ एक कलाकार ही नहीं बल्कि डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, राइटर सब कुछ थे। वह अपने किरदारों में जान डाल देते थें।
सिर्फ फ़िल्म लाइफ में ही नहीं बल्कि रियल लाइफ में भी वो लोगों का दिल जीत लेते थे। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि वह अब तक बॉलीवुड के सबसे अच्छे एक्टर थे, अपनी काबिलियत से वह भारतीय सिनेमा को एक अलग मुकाम पर ले गए थे। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत सिर्फ 10 साल की उम्र से की थी।
राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर 1924 को पेशावर में हुआ था। उनके पिता पृथ्वी राज कपूर एक थियेटर आर्टिस्ट थे। राज कपूर का पूरा नाम रणबीर राज कपूर था। राज कपूर के दो भाई शशि कपूर और शम्मी कपूर थे। रणधीर और राजीव कपूर ने अपनी मां कृष्णा राज की अस्थियां हरिद्वार पहुंचकर गंगा पर विसर्जित की थी।
राज कपूर के करियर की शुरुआत क्लैपर बॉय से हुई थी। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान फिल्म के डायरेक्टर केदार शर्मा ने राजकपूर को थप्पड़ भी मारा था। एक सीन के दौरान राज कपूर हीरो के इतने करीब आ गए कि क्लैप देते ही वह हीरो की दाढ़ी में फंस गया था।
इस शहर में है उनके नाम की सड़क
बॉलीवुड के कई ऐसे ऐक्टर हैं जिन्हें विदेशों में सम्मान देने के लिए लोग राह निकालते हैं। किसी के नाम पर रेस्टोरेंट हैं तो किसी के नाम पर सड़क। बॉलीवुड के जाने माने एक्टर राज कपूर के नाम पर भी कनाडा में एक सड़क का नाम है। अपने डायरेक्शन और एक्टिंग से राज कपूर ने सिर्फ बॉलीवुड को ही अपना कायल नहीं बनाया बल्कि विदेशों में भी अपनी फिल्मों की अमिट छाप छोडी़ है। आपको बता दें कि कनाडा के शहर ब्रम्पटन की एक सड़क का नाम राज कपूर के नाम पर उन्हें सम्मानित करने के लिए रखा गया है। उस सड़क को यहां के लोग कहते हैं ‘राज कपूर रोड’।
बता दें कि राजकपूर ने महज 24 साल की उम्र में ही आर के फिल्म प्रोडक्शन स्टूडियो शुरु किया था। उनके प्रोडकशन हाउस की पहली फिल्म ‘आग’ थी। ‘आग’ फिल्म में राज कपूर ने डायरेक्शन के साथ एक्टिंग भी की थी। 1940-1960 के दशक में राज कपूर और नरगिस की जोड़ी काफी फेमस हुई थी। दोनों ने साथ में कई फिल्में भी की हैं। ‘आवारा’, ‘बरसात’, ‘जागते रहो’ जैसी कई फिल्मों में दोनों साथ में नजर आए। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी और दोनों को प्यार हो गया। बात शादी तक भी पहुंच गई थी। मगर बाद में कुछ ऐसा हुआ कि दोनों ने रिश्ता तोड़ दिया।
भारतीय सिनेमा में राज कपूर के बलिदान के लिए उन्हें 1971 में ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित किया गया था। इसके साथ ही उन्हें 1987 में ‘दादा साहब फालके पुरस्कार’ भी दिया गया। इसके अलावा राज कपूर अपनी कई फिल्मों के लिए फिल्मफेयर अवार्ड्स भी जीत चुके हैं। दिल का दौरा पड़ने की वजह से 2 जून 1988 को राजकपूर इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।