अंतागढ़ टेप कांड मामला – अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे राजेश मूणत
बहुचर्चित अंतागढ़ टेप कांड मामले में आरोपी बनाए गए पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. बीते गुरुवार को दायर की गई राजेश मूणत की इस याचिका पर सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं है।
अंतागढ़ टेप कांड मामले में रायपुर की पूर्व महापौर किरणमयी नायक ने 5 लोगों के खिलाफ रायपुर के पंडरी थाने में एफआईआर दर्ज करवाया है। उन्हीं 5 लोगों में से एक पूर्व मंत्री राजेश मूणत भी हैं। बता दें कि पूर्व मंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता राजेश मूणत की जमानत याचिका को रायपुर कोर्ट ने बीते 18 फरवरी को खारिज कर दी थी।
बता दें कि रायपुर के पंडरी थाने में अंतागढ़ मामले को लेकर पूर्व मंत्री राजेश मूणत के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। इस केस में अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी, पूर्व सीएम डॉ। रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता, राजेश मूणत और मंतूराम पवार पर धोखाधड़ी और पैसों के प्रलोभन और भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत मामला पंडरी थाने में दर्ज किया गया था।
बता दें कि साल 2014 में अंतागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पंवार ने ऐसे समय में नाम वापस ले लिया, जब कांग्रेस दूसरा प्रत्याशी नहीं उतार सकती थी। इसके बाद एक कथित टेप सामने आया, जिसमें पैसों की लेनदेन कर नाम वापस लेने का खुलासा किया गया था।
नान के आरोपी मैनेजर ने कोर्ट में फिर लगाई जमानत अर्जी
नागरिक आपूर्ति निगम यानी नान में हुए करीब ३६ हजार रुपए के घोटाले के मामले में आरोपी बनाए गए मैनेजर शिवशंकर भट्ट ने हाईकोर्ट में फिर से जमानत अर्जी प्रस्तुत की है। हाईकोर्ट ने केस डायरी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के रायपुर स्थित मुख्यालय समेत आसपास के जिलों में पदस्थ करीब डेढ़ दर्जन अधिकारियों और कर्मचारियों के दफ्तरों और आवास पर एसीबी और ईओडब्ल्यू ने 12 फरवरी 2015 को एक साथ छापेमारी की।
कार्रवाई के दौरान कुल 3 करोड़ 43 लाख 96 हजार 965 रुपए नगद बरामद हुए। करीब सभी अधिकारी- कर्मचारी से लाखों रुपए नगद, संपत्ति, एफडी, बीमा समेत अन्य दस्तावेज भी जब्त किए गए।
मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए 27 लोगों को आरोपी बनाया गया था। जांच के बाद इसमें से 16 अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट प्रस्तुत की गई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नान के रायपुर स्थित मुख्यालय में पदस्थ मैनेजर और २७ जिलों के प्रभारी शिवशंकर भट्ट भी शामिल था। उसकी जमानत अर्जी पहले हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी। उसने फिर से जमानत अर्जी प्रस्तुत की है। जस्टिस गौतम भादुरी की बेंच ने शुक्रवार को इस पर सुनवाई करते हुए केस डायरी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।