रायपुर । प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए चार साल का सूखा खत्म होगा। राज्य सरकार की ओर से जल्द ही खेल अलंकरण का आयोजन किया जाएगा। खिलाड़ियों को चार वर्ष बाद सम्मान मिलेगा। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने आने वाले समय में खेल में बहुत बदलाव होने के संकेत दिए है। उन्होंने जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी में खेल अलंकरण का आयोजन कराने की संभावना जताई है।
खेली मंत्री टंकराम वर्मा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिस खेल अलंकरण समारोह को रोककर रखा था, हमारा प्रयास है कि उसे जनवरी में ही कर लें। यदि किसी कारणवश नहीं हो पाता है तो फरवरी में निश्चित करेंगे। खेल अलंकरण समारोह के लिए अलग से बजट का प्रविधान किया जाएगा। प्रदेश के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अलंकरण पुरस्कार जरूर मिलेगा।
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बताते चले कि प्रदेश में चार वर्ष से अधिक समय से खेल अलंकरण नही हो पाया है। खेल अलंकरण नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह समारोह खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए आयोजित होता है। राज्य में खेल अलंकरण नहीं होने से खिलाड़ियों का मनोबल भी कम हो रहा है।
बढ़ेगा हौसला, मैदान पर दिखेगा दम
खिलाड़ियों का कहना है कि मेडल हासिल करने के बाद भी उन्हें सम्मान नहीं मिल पा रहा है। अलंकरण से मिली राशि से जरूरत का सामान खरीदते हैं। कोरोना के बाद सभी परेशान हैं। प्रोत्साहन नहीं मिलने के कारण खिलाड़ियों ने मैदान और खेल से भी दूरी बनानी शुरू कर दी है। खेल विभाग को इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। खेल अलंकरण शुरू होने से सरकारी विभागों में नौकरियों के रास्ते फिर से खुलेंगे।
सड़क पर उतर चुके हैं खिलाड़ी
प्रदेश में खेल अलंकरण का आयोजन नहीं होने से नाराज खिलाड़ी कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कई बार सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर चुके हैं। साथ ही लंबित खिलाड़ियों के नामों की जल्द घोषणा और खेल अंलकरण समारोह के तिथियों की घोषणा करने की मांग को लेकर खेल विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलकर संचालक को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं।
राज्य खेल अलंकरण में मिलने वाली राशि
शहीद राजीव पांडेय पुरस्कार- तीन लाख
शहीद कौशल यादव पुरस्कार- डेढ़ लाख
वीर हनुमान सिंह पुरस्कार- डेढ़ लाख
शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार- 25 हजार